सरबजीत की बहन दलबीर कौर के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे और जब इस बहन ने अपनी दर्द भरी दास्तां सुनाई तो पूरा देश स्तब्ध रह गया. दलबीर ने बताया, ‘जब मैं पाकिस्तान के अस्पताल में गई और अपने भाई का हाल पूछा तो नर्सें हंसती थीं. डॉक्टर हंसते थे. उन्हें लग रहा था कि बुद्ध बन कर परिवार पूछ रहा है. क्योंकि उन्हें ये मालूम था कि तब तक मेरा भाई इस दुनिया में नहीं था.’
सरबजीत की बहन ने बताया कि पाकिस्तान में उनका मजाक उड़ाया गया और भाई सरबजीत को मौत के घाट उतार दिया गया. यहां तक कि पाकिस्तान के सामाजिक कार्यकर्ता अंसार बर्नी ने उनसे सरबजीत को छोड़ने के लिए 25 करोड़ रुपये की मांग की. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में मिल मिल रही जलालत को वो सहन नहीं कर सकीं और वापस वतन लौट आईं.
दलबीर कौर ने कहा, ‘हमें जिस बात का खौफ था वही हुआ. पाकिस्तान कायर है, बेईमान है. मैंने पाकिस्तान में जाकर उन्हें ललकारा था.’ इसके बाद उन्होंने पाकिस्तान मुर्दाबाद का नारा भी लगाया.
गौरतलब है कि पाकिस्तान के लाहौर स्थित कोट लखपत की जेल में पिछले 22 सालों से बंद सरबजीत सिंह की आज तड़के ही वहां के एक अस्पताल में मौत हो गई. जेल में दो कैदियों ने सरबजीत पर हमला किया था जिसके बाद वो पिछले 6 दिनों से इस अस्पताल में कोमा में थे.