कश्मीर में सेना के साथ मुठभेड़ में ढेर हिजबुल मुजाहिदीन कमांडर बुरहान वानी का पाकिस्तान और आतंकियों से कनेक्शन के पक्के सबूत मिले हैं. मुंबई हमले का मास्टरमाइंड और जमात उद दावा का सरगना हाफिज सईद ने खुले मंच से उसको लेकर कई कई खुलासे किए हैं.
हाफिज सईद से बात करने की थी बुरहान की ख्वाहिश
सईद ने पाकिस्तान में काला दिवस मनाने के दौरान गुजरावालां में खुलेआम कहा कि बुरहान ने एनकाउंटर से पहले उससे फोन
पर बात की थी. उसने दावा किया कि बुरहान ने बातचीत के दौरान उससे कहा था कि मेरी जिंदगी की ख्वाहिश थी कि आपसे
बात करूं. अब ख्वाहिश पूरी हो गई. अब सिर्फ शहादत का मुल्तबिर हूं.
आतंकी सरगना हाफिज सईद ने कहा कि बातचीत के चंद दिनों बाद ही बुरहान के ढेर होने की खबर सामने आ गई. उसने कहा कि यह अल्लाह ताला के यहां मकबूल शहादत है.
कश्मीर को सुलगाने के लिए निकाला आतंकी कारवां
सईद ने कश्मीर घाटी को फिर से सुलगाने की कोशिश में पाकिस्तान में मंगलवार को आतंकी कारवां निकाला. इसी कारवां में
उसने कहा कि बुरहान ने उससे भारतीय सेना से निपटने और उसे हराने की तैयारियों पर चर्चा की थी.
बुरहान के कॉल रिकॉर्ड से खुलासा
इस खुलासे के बाद भारत की सुरक्षा एजेंसियों ने बुरहान के कॉल रिकॉर्ड की जांच की. इसमें सामने आया कि एनकाउंटर से
पहले बुरहान के नंबर से पाकिस्तान में कई कॉल किए गए थे. हो सकता है कि इसमें कोई नंबर हाफिज सईद का हो.
पाकिस्तान में बुरहान के लिए शोकसभाएं
इससे पहले खुलासा हुआ था कि हाफिज सईद और सैयद सलाउद्दीन ने बुरहान के मारे जाने के बाद उसकी याद में पाकिस्तान
में कई शोकसभाएं की. वहां की सरकार पर भी उग्र भारत विरोध के लिए दबाव बनाए और बुरहान को कश्मीर का बड़ा नेता
बताया.
हवाला के जरिए कश्मीर भेजे गए करोड़ों रुपये
इन दोनों आतंकियों ने कश्मीर में आतंक फैलाने के लिए पाकिस्तान से हवाला के जरिए 50-60 करोड़ रुपये भी भेजे थे. जांच
एजेंसियों के नए खुलासे के मुताबिक पिछले एक साल में करीब 100 करोड़ रुपये हवाला के जरिये कश्मीर घाटी में भेजा गया
है. दोनों आतंकियों ने इसके लिए पीओके में जैश कमांडर अब्दुर रऊफ और आईएसआई के अफसरों के साथ बैठक भी की
थी.
बुरहान के बाद घाटी में 4 आतंकी कमांडर
बुरहान के मारे जाने के बाद घाटी में हिंसा और अपने ही देश भारत के लिए नफरत फैलाने के लिए सभी आतंकियों ने मिलकर
घाटी में अशांति फ़ैलाने के लिए 4 नए कमांडर भी बनाए. इसके अलावा पाकिस्तान में लगातार रैलियां कर मामले को गरम
रखा.
कश्मीर में जनमत संग्रह आप्रसंगिक
गौरतलब है कि संसद के मानसून सत्र के दूसरे दिन लोकसभा में कश्मीर मुद्दे पर चर्चा के दौरान गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने
पाकिस्तान को दो टूक बातें कही थी. उन्होंने कहा कि कश्मीर के नौजवानों को कुछ ताकतें बरगलाने की कोशिश करती हैं. उन्हें
आजादी की बात कहकर उकसाया जाता है. कश्मीर में जनमत संग्रह की अब कोई जरूरत नहीं है. यह अप्रासंगिक बात हो गई
है.
कश्मीर में पाक-प्रायोजित हिंसा की घटनाएं
राजनाथ के मुताबिक कश्मीर में हाल में 566 हिंसा की घटनाएं हुईं हैं. जिसमें 25 संपत्तियों में आग लगाई गई. 49 संपत्तियों
को नुकसान पहुंचाया गया है. हिंसक घटनाओं में 36 आम लोगों को मौत हुई और एक जवान भी शहीद हुआ है. कुल 1948
सामान्य नागरिक घायल हुए हैं. इसमें 1744 को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है. इन घटनाओं में 1671 सुरक्षा
कर्मी भी घायल हुए हैं.