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वेंकैया नायडू बोले- विपक्ष के पास मुद्दा नहीं, राजनाथ दे सकते हैं संसद में बयान

नोटबंदी के मामले पर सड़क से लेकर संसद तक सियासी हंगामा जारी है. दूसरी ओर बीजेपी के सदस्यों ने गुलाम नबी आजाद के नोटबंदी वाले के लिए माफी की मांग कर रहे थे. राज्यसभा और लोकसभा की कार्यवाही दिनभर नहीं चली

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नोटबंदी को लेकर विपक्ष का संसद में हल्लाबोल
नोटबंदी को लेकर विपक्ष का संसद में हल्लाबोल

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नोटबंदी के मामले पर सड़क से लेकर संसद तक सियासी हंगामा जारी है. शुक्रवार को जब संसद की कार्यवाही शुरू हुई तो विपक्षी कांग्रेस के सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया. विपक्षी सदस्य संसद में नोटबंदी के मुद्दे पर चर्चा के साथ मतविभाजन भी चाहते हैं लेकिन सरकार नियम 193 के तहत चर्चा कराने को तैयार है. दूसरी ओर बीजेपी के सदस्यों ने गुलाम नबी आजाद के नोटबंदी वाले के लिए माफी की मांग कर रहे थे. राज्यसभा और लोकसभा की कार्यवाही दिनभर नहीं चली.

लोकसभा-राज्यसभा की कार्यवाही बाधित
हंगामे के बीच लोकसभा की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. फिर जब सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो विपक्ष ने हंगामा जारी रखा. इसके बाद सदन की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गई. जोरदार हंगामे के बीच राज्यसभा की कार्यवाही भी 11.30 तक के लिए स्थगित कर दी गई. 11.30 जब सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो फिर हंगामे के कारण इसे 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. तीसरी बार फिर राज्यसभा की कार्यवाही 12.33 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया. राज्यसभा की कार्यवाही जब फिर शुरू हुई तो विपक्ष पीएम की सदन में मौजूदगी की मांग के साथ शोरशराबा करने लगा. इसके बाद राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 2.30 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. ढाई बजे भी हंगामे के चलते कार्यवाही नहीं चल सकी और पूरे दिन के लिए स्थगित करनी पड़ी.

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कांग्रेस पर भड़के वेंकैया नायडू
इस बीच, संसद में हो रहे हंगामे को लेकर केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने विपक्ष पर जमकर हमला बोला है. नाडू ने कहा कि सरकार सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है. पीएम के बयान की कांग्रेस की मांग की आलोचना करते हुए नायडू ने कहा कि जब भी जरूरत होता है पीएम हस्तक्षेप कर बयान देते हैं लेकिन विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है इसलिए हंगामा कर रहे हैं.

गुलाम नबी आजाद के बयान पर वेंकैया नायडू ने निशाना साधा और कहा कि कांग्रेस पार्टी बताए कि यह बयान गुलाम नबी आजाद का व्यक्तिगत था या पार्टी साथ है.

राजनाथ सिंह देंगे सदन में जवाब!
इस बीच सूत्रों के हवाले से खबर मिली है कि नोटबंदी के मामले पर जब भी बहस होगी केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह चर्चा में हस्तक्षेप करेंगे. वे 500 और 1000 की नोट बंदी पर आतंकियों, अलगाववादी ताकतों, डी कंपनी और नक्सलियों की कैसे कमर टूटी है इस बारे में अपनी बात रखेंगे. गृह मंत्री राजनाथ सिंह दोनों सदनों में बयान देंगे. सूत्रों के अनुसार अगले हफ्ते जब चर्चा होगी तब राजनाथ सिंह बयान देंगे. गृह मंत्रालय ने ख़ुफ़िया सूचना के आधार पर पूरी रिपोर्ट तैयार की है.

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इससे पहले, राज्यसभा में बीजेपी के सदस्यों ने कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद के बयान पर उनसे माफी की मांग की. गौरतलब है कि गुरुवार को गुलाब नबी आजाद ने नोटबंदी की तुलना आतंकी हमलों से की थी जिसका सत्ता पक्ष के सदस्यों ने विरोध किया.

गुरुवार को भी विपक्षी सदस्यों ने नियम 56 के तहत संसद में चर्चा कराने की मांग के साथ हंगामा किया और संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही दिनभर नहीं चलने दी. सरकार इस मामले पर नियम 193 के तहत चर्चा को तैयार थी. हालांकि, वित्त मंत्री अरुण जेटली ने साफ कर दिया कि सरकार हर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है लेकिन नोटबंदी का फैसला वापस नहीं लिया जाएगा. इस बीच, शुक्रवार को प्रधानमंत्री मोदी ने अपने सीनियर मंत्रियों के साथ बैठक कर संसद में रणनीति पर चर्चा की. इस बैठक में वित्त मंत्री अरुण जेटली, वेंकैया नायडू और अनंत कुमार शामिल थे.

गुरुवार को राज्यसभा और लोकसभा में नोटबंदी के मुद्दे को लेकर जारी हंगामे के चलते कोई काम नहीं हो सका. राज्यसभा में नोटबंदी के मुद्दे पर बुधवार को शुरू हुई चर्चा विपक्षी दलों के शोर शराबे के कारण आगे नहीं बढ़ सकी. विपक्षी दल प्रधानमंत्री के मौजूद रहने और जवाब देने की मांग कर रहे थे. वहीं लोकसभा में मतदान के प्रावधान वाले नियम के तहत चर्चा कराने की मांग पर विपक्षी दलों के हंगामे के कारण निचले सदन की कार्यवाही नहीं चल सकी. सरकार हालांकि नियम 193 के तहत चर्चा कराने को तैयार थी. हालांकि, सूत्रों अनुसार सरकार अगले हफ्ते तक इस बहस को टालना चाहती है ताकि एटीएम और बैंकों के बाहर लाइनें कम हों और कैश की दिक्कत से निजात पाने का कुछ और वक्त मिल जाए.

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ममता-केजरीवाल की जुगलबंदी
बुधवार को नोटबंदी के खिलाफ जहां संसद में संग्राम चला वहीं सड़क पर ममता बनर्जी और अरविंद केजरीवाल की जुगलबंदी देखने को मिली. पहले दोनों नेताओं ने दिल्ली के आजादपुर मंडी में साझा रैली की और सरकार को तीन दिन का अल्टीमेटम दे दिया और कहा कि अगर फैसला वापस नहीं होता है तो आंदोलन तेज किया गया. दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने नोटबंदी के फैसले को आजाद भारत का सबसे बड़ा घोटाला बताया. इसके बाद दोनों नेता दिल्ली में आरबीआई दफ्तर के बाहर पहुंचे और वहां धरना देते हुए कहा कि इस फैसले से आम लोगों को दिक्कतें हो रही हैं.

राहुल गांधी रेहड़ी-पटरी वालों के बीच पहुंचे
ऊधर, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी गुरुवार शाम को दिल्ली के सरोजनी नगर मार्केट पहुंचे. यहां उन्होंने रेहड़ी-पटरी वालों से मुलाकात की. लेकिन मुलाकात का यह सिलसिला ज्यादा देर तक नहीं चल पाया क्योंकि बीजेपी कार्यकर्ताओं ने वहां पहुंचकर उनके खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी.

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