सुप्रीम कोर्ट पनामा पेपर्स लीक मामले की सीबीआई जांच की मांग वाली जनहित याचिका पर सुनवाई के लिए तैयार हो गई है. मामले में सोमवार को सुनवाई करते हुए कोर्ट ने केंद्र सरकार, सीबीआई, आरबीआई और सेबी को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है. जस्टिस दीपक मिश्रा और जस्टिस शिवकीर्ति सिंह की बेंच ने सभी को चार हफ्ते के अंदर जवाब दायर करने को कहा है.
वकील एमएल शर्मा की ओर से दाखिल याचिका में पनामा पेपर्स में सामने आए भारतीय खाताधारकों के खिलाफ कोर्ट की निगरानी में सीबीआई जांच की मांग की गई है. अपनी याचिका में शर्मा ने कहा है, 'मैंने इस बारे में 10 नवंबर 2015 और 9 अप्रैल 2016 को भारत सरकार व राष्ट्रपति को ज्ञापन दिया था, लेकिन उन्हें आज तक उसका कोई जवाब नहीं मिला. लेकिन जब 3 अप्रैल 2016 पनामा पेपर्स लीक से खुलासे हुए, जिसमें 500 से ज्यादा भारतीयों के विदेशों में बैंक खाता होने की खबर छपी है. इसलिए उन्होंने यह याचिका दायर की है.
सेबी के चेयरमैन-निदेशकों के खिलाफ एफआईआर
याचिका में कहा गया है कि सीबीआई पनामा पेपर्स खुलासे में सामने आए सभी नामों की जांच करे. सीबीआई सेबी के चेयरमैन समेत निदेशकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करे और पूरी जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में हो. याचिकाकर्ता ने दलील दी है कि करीब 100 लाख करोड़ रुपये विदेशी बैंक खातों में पड़े हैं, जिसकी जांच होनी चाहिए.
याचिका में दिया माल्या का उदाहरण
याचिकाकर्ता ने करोड़ो का कर्ज लेकर विदेश भाग चुके बिजनेसमैन विजय माल्या का उदाहरण देते हुए कहा है, 'सेबी के चेयरमैन और निदेशकों ने स्टॉक मार्केट को प्रभावित करने की जानकारी होते हुए भी इन लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की. ऐसे में सेबी चेयरमैन पर मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच की जानी चाहिए.
लीक हुए दस्तावेजों में 140 राजनेतओं के नाम
गौरतलब है कि पनामा पेपर्स के नाम से लीक हुए दस्तावेजों को सामने लाने में मुख्य भूमिका अमेरिका की एक एनजीओ खोजी पत्रकारों के अंतरराष्ट्रीय महासंघ (ICIJ) की है. उनके मुताबिक उन्होंने उन दस्तावेजों की गहरी छानबीन की, जो उन्हें किसी अज्ञात सूत्र ने उपलब्ध करवाए थे. जांच में ढेरों फिल्मी और खेल जगत की हस्तियों के अलावा लगभग 140 राजनेताओं, अरबपतियों की छिपी संपत्ति का भी खुलासा हुआ है.
सूची में 500 भारतीय हस्तियों का जिक्र
महासंघ के मुताबिक, जांच में जो डेटा सामने आया है वह बीते 1977 से लेकर 2015 तक लगभग 40 वर्षों का है. पनामा स्थित लॉ फर्म मोसैक फॉन्सेका से लीक हुए इन दस्तावेजों को लेकर दावा किया जा रहा है कि इनमें जिन 500 भारतीय हस्तियों के नामों का जिक्र है, उनमें से 300 नामों की पुष्टि भी की जा चुकी है. जर्मनी के एक अखबार के मुताबिक, इस पेपर लीक से 2.6 टेराबाइट डेटा सामने आया है जो लगभग 600 डीवीडी में आ सकता है.
लीक हुई सूची में किस-किस का नाम
पनामा पेपर्स लीक मामले में अभी जिन हस्तियों के नाम सामने आए हैं, वे कम चौंकाने वाले नहीं हैं. इनमें आइसलैंड और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री, यूक्रेन के राष्ट्रपति, सऊदी अरब के राजा और डेविड कैमरन के पिता का नाम है. इसके अलावा बॉलीवुड एक्टर अमिताभ बच्चन, ऐश्वर्या राय का भी नाम शामिल है. यही नहीं सूची में व्लादिमीर पुतिन के करीबियों, चीन के अभिनेता जैकी चैन और फुटबॉलर लियोनेल मेसी का नाम भी शामिल है.