पंचायत आजतक के अंतिम और अहम सत्र मिशन 2019 में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने शिरकत की. इस सत्र का संचालन राहुल कंवल ने किया. अमित शाह ने इस सत्र में कर्नाटक चुनाव में आए नतीजों पर भी बात की.
कर्नाटक में सरकार बनाने में विफल होने के सवाल पर अमित शाह ने कहा कि उनका काम चुनाव जिताना है, जोड़तोड़ करना नहीं है. अमित शाह ने स्वीकार किया कि बीजेपी की तरफ से प्रयास थोड़े कम रह गए. इसी वजह से 130 सीट का टारगेट पाने में बीजेपी चूक गई और सिर्फ 104 सीट ही हासिल कर पाई.
इससे पहले इस सत्र की शुरुआत करते हुए राहुल कंवल ने कहा कि देश के राजनीतिक इतिहास में सबसे ताकतवर इलेक्शन मशीनरी तैयार करने वाले बीजेपी अध्यक्ष ने मोदी सरकार के चार साल के कार्यकाल पर अपना मत रखा. अमित शाह ने कहा कि मोदी सरकार ने भ्रष्टाचार, कृषि, गरीबी, सुरक्षा जैसे तमाम क्षेत्रों में अपने वादे को पूरा करते हुए कार्यकाल के पांचवे साल में प्रवेश कर रही है.
अमित शाह ने कहा कि जब 70 के दशक में कांग्रेस कमजोर हुई तब उन्होंने लोकतंत्र की हत्या करने का काम किया. वहीं भारतीय जनता पार्टी ने अपनी धाक पूरी दुनिया में जमाई है. शाह ने कहा कि बीजेपी के देश में लोगों का दिल जीतने का काम किया है और इसी के सहारे उसने एक के बाद एक चुनाव जीतने का काम किया है.
कर्नाटक के नतीजों पर शाह ने कहा कि बीजेपी से वहां बड़ी चूक नहीं हुई है. शाह ने दावा किया कि कर्नाटक में बीजेपी को 13 सीटों पर नोटा से भी कम वोटों से हार का सामना करना पड़ा. लिहाजा, कर्नाटक में बीजेपी के लक्ष्य को विफलता नहीं कहा जा सकता.
शाह ने कहा कि कर्नाटक में बीजेपी ने जोड़तोड़ नहीं की. अमित शाह ने कहा कि क्या आप कर्नाटक में विधायकों को बंधक बनाने की बात को लोकतांत्रिक मानते हैं? लिहाजा, बीजेपी जोड़तोड़ तब करती अगर विधायक खुले होते. कांग्रेस और जेडीएस ने लोकतंत्र का गला घोटने का काम किया है. हालांकि अमित शाह ने कहा कि राज्य के नतीजों से साफ है कि पार्टी के पक्ष में जनता ने मैनडेट दिया है. वहीं जेडीएस कांग्रेस के साथ सरकार बना रही है, जिसके खिलाफ उसने चुनाव में प्रचार किया था.
अमित शाह ने कहा कि सिद्धारमैया की शक्ल शपथ के दौरान को देखने से लगता है कि कर्नाटक में यह सरकार ज्यादा दिन नहीं चलेगी. वहीं गवर्नर वजूभाई वाला की निष्पक्षता की बात करते शाह ने कहा कि वजूभाई ने पूरी तरह संविधान के दायरे में रहते हुए काम किया है.
आपको बता दें कि आज मोदी सरकार के चार साल पूरे हो गए हैं. इस मौके पर जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत उनकी कैबिनेट के मंत्री और बीजेपी नेता सरकार की उपलब्धियां जनता सामने रखा, वहीं 'आजतक' ने भी इस अवसर पर पंचायत बुलाई. 'आजतक' के इस मंच पर केंद्र सरकार के वरिष्ठतम मंत्रियों समेत विपक्ष के कई बड़े नेताओं ने शिरकत किया. नई दिल्ली के होटल ताज पैलेस में दिनभर चले इस पंचायत में मोदी सरकार के कई मंत्री ने अपना-अपना रिपोर्ट कार्ड पेश किया.