पंचायत आजतक के चौथे सेशन '19 का बॉस कौन!' में कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह और बीजेपी नेता प्रकाश जावड़ेकर ने हिस्सा लिया. सत्र की शुरुआत करते हुए राजदीप सरदेसाई ने दिग्विजय सिंह से पूछा कि मोदी के खिलाफ पूरा विपक्ष एकजुट है, तो ऐसा क्या बदला है.
दिग्विजय ने कहा कि बीजेपी के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी ने कहा कि जब उत्तर पुस्तिका कोरी है, तो क्या नंबर दूंगा. यही नहीं अरुण शौरी, यशवंत सिन्हा, प्रवीण तोगड़िया से पूछ लीजिए, जिन लोगों ने मोदी को कुर्सी पर बिठाया, वही इस सरकार से संतुष्ट नहीं है. जनता के साथ बीजेपी और मोदी ने सबके साथ विश्वासघात किया है.
काउंटर करते हुए प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि 2014 के बाद जितने भी चुनाव हुए हैं, सबमें कांग्रेस पार्टी हारी है. ये अगर हमारी नापसंदी है, तो हमें पसंद है. कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस ने हाथ मिला लिया, हुआ क्या? दोनों ने एक दूसरे के भ्रष्टाचार पर चुप्पी साध ली.
बीजेपी के चुनाव जीतने के सवाल पर दिग्विजय ने कहा कि राज्य और केंद्र के चुनाव की परिस्थितियों में अंतर होता है. बीजेपी नेता ने कर्नाटक का उदाहरण दिया है, लेकिन वे गोवा का उदाहरण भूल जाते हैं. जब बीजेपी गोवा में 13 पर सिमट गई. कांग्रेस नेता ने कहा कि सिर्फ गोवा ही नहीं, मणिपुर और गोवा में भी उन्होंने जनादेश को ठेंगा दिखाया.
मोदी के खिलाफ विपक्ष के एकजुट होने के सवाल पर दिग्विजय ने कहा कि एनडीए में जितनी पार्टियों की संख्या है, उससे कम विपक्ष के साथ हैं. हमारी लड़ाई बीजेपी और संघ की विचारधारा से है. इस देश की ताकत इसकी विविधता है. मोदी के शासन में हिंदू और मुसलमानों के बीच ध्रुवीकरण हुआ है. इसके बाद दलित और सवर्णों को लड़ा दिया. 2 अप्रैल को भारत बंद के दौरान मध्य प्रदेश में बीजेपी और आरएसएस के लोगों ने दलितों को गोलियों से मारा है.
'बांटो और राज करो' के आरोपों पर प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि चार साल में क्या बदला है? बदला ये है कि दिल्ली में दलाल खत्म हो गए हैं. पॉवर कॉरिडोर में अब दलाली नहीं होती है. आज मोदी सौ रुपये भेजते हैं और 100 के 100 रुपये गरीब को मिलते हैं. ये कार्य संस्कृति का फर्क है. हमने स्वच्छ प्रशासन दिया है.
इस पर दिग्विजय ने कहा कि गुजरात में आजतक लोकपाल का गठन नहीं हुआ. आज दलालों की जरूरत नहीं है, ये खुद ही भ्रष्टाचार कर रहे हैं. सिंगल टेंडर पर जोजिला बाइपास के लिए साढ़े दस हजार करोड़ का कॉन्ट्रैक्ट दिया गया है. फिर मैंने पत्र लिखा और कॉन्ट्रैक्ट कैंसिल हुआ. राफेल डील पर चर्चा करा लीजिए. सब साफ हो जाएगा.
प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि हमने कोल ब्लॉक का आवंटन पारदर्शी बनाया है. प्रक्रियागत बदलाव लेकर आए हैं. मुद्दा ये है कि जनता को लाभ कैसे मिलता है. एक करोड़ ग्रामीणों को घर मिले हैं. करोड़ों शौचालयों का निर्माण हुआ है. एलईडी बल्ब को हमने सस्ता किया. जनता की भलाई के लिए हमने काम किया है. बिजली के बिलों में 15 हजार की बचत हुई है, जिन्होंने 70 सालों में बिजली नहीं देखी है, उनके घर बिजली पहुंचाई है.
दिग्विजय सिंह ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने आधार का विरोध किया, मनरेगा का विरोध किया और अब उसका श्रेय ले रहे हैं. नर्मदा परिक्रमा का जिक्र करते हुए दिग्विजय ने कहा कि एसी कमरे में पुशअप नहीं करता. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि प्रकाश जावड़ेकर सिर्फ नरेंद्र मोदी की गणेश परिक्रमा करते हैं.
कांग्रेस नेता ने कहा कि नोटबंदी से भ्रष्टाचार के खत्म होने के दावे किए गए थे. लेकिन उसकी तैयारी क्या की थी, 80 प्रतिशत करेंसी बाजार से हटाकर आपने 15 लाख लोगों के रोजगार छीन लिए हैं. बताना चाहता हूं कि नोटबंदी से लोग घंटों लाइनों में खड़े रहे और उनकी जान चली गई. आलम ये रहा कि 50 दिन में 66 बार नियम बदले.
नोटबंदी के सवाल पर प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि तीन लाख शेल कंपनियां खत्म हो गई हैं. ये नोटबंदी की वजह से हुआ है. इस देश में एक जुगाड़ का तंत्र है, जिससे लोग रास्ता निकाल लेते हैं. व्हिस्लब्लोअर कानून को लेकर कांग्रेस हमारा विरोध कर रही है.
भ्रष्टाचार और काले धन के सवाल पर दिग्विजय ने चैलेंज करते हुए कहा कि इस मुद्दे पर अरुण जेटली और राम जेठमलानी की बहस करा दीजिए. डीजल और पेट्रोल पर मोदी सरकार ने टैक्स बढ़ा दिया, लेकिन इसकी मार किस पर पड़ी.
इस पर जावड़ेकर ने कहा कि पेट्रोल-डीजल पर राज्य भी वैट लगा रहे हैं, लेकिन सरकार इस बारे में संवेदनशील है. सभी राज्यों के मुख्यमंत्री बोलें, तो सरकार विचार करेगी. जैसाकि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने कहा. पलटवार करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि पेट्रोल-डीजल से केंद्र को मिला पैसा कहां गया. इसके जवाब में प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि सारा पैसा देश के विकास में लगा है.
किसके नाम पर 2019 का चुनाव लड़ेंगे? के सवाल पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि ये लोकतांत्रिक व्यवस्था है और हम विचारधारा के आधार पर चुनाव लड़ेंगे. व्यक्ति पूजा के आरोप पर प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि हमारे पास व्यक्ति भी है और संगठन भी है, 2019 में जनता ही बिग बॉस है. देश में सबसे बड़ा मुद्दा ये है कि जनता को भ्रष्टाचार मुक्त शासन मिलना चाहिए कि नहीं. हमारा मुद्दा केवल और केवल विकास है.
दिग्विजय सिंह ने कहा कि बीजेपी का कोई एजेंडा नहीं है. इनका एक ही एजेंडा है वैमनस्यता फैलाना और सांप्रदायिकता फैलाना. चुनाव के तीन दिन पहले विकास-विकास और उसके बाद हिंदू-मुसलमान, भारत-पाकिस्तान करने लगते हैं.