बहु ब्रांड खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश, सब्सिडी आधारित एलपीजी गैस सिलिंडर की संख्या बढ़ाने और 2जी स्पेक्ट्रम पर कैग के पूर्व अधिकारी द्वारा नुकसान के आकलन पर सवाल उठाने जैसे मुद्दों पर बीजेपी, वामदल, तृणमूल कांग्रेस और द्रमुक के भारी हंगामे के कारण संसद के शीतकालीन सत्र के चौथे दिन भी कार्यवाही नहीं चल सकी.
लोकसभा की कार्यवाही दो बार के स्थगन के बाद दोपहर दो बजे और राज्यसभा की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद दोपहर 12 बजे पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गयी.
बुधवार को गुरु नानक जयंती होने के कारण संसद की बैठकें अब गुरुवार को होंगी. लोकसभा में सुबह अध्यक्ष मीरा कुमार ने सदन को दिवंगत सदस्य हरिकेवल प्रसाद और ताराचंद साहू के निधन की जानकारी दी. सदन ने कुछ पल मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी.
इसके बाद अध्यक्ष ने जैसे ही प्रश्नकाल शुरू करने का निर्देश दिया तृणमूल सदस्य नारेबाजी करते हुए आसन के समीप आ गए. तृणमूल सदस्य सब्सिडी आधारित एलपीजी गैस सिलिंडर की संख्या बढ़ाने की मांग कर रहे थे.
उन्होंने अपने हाथों में तख्तियां ले रखी थीं जिन पर लिखा था, ‘सब्सिडी आधारित एलपीजी गैस सिलिंडर की संख्या 24 की जाए.’ उधर बीजेपी सदस्य अपने स्थान से ‘एफडीआई वापस लो’ के नारे लगा रहे थे. डीएमके सदस्य 2जी स्पेक्ट्रम के मुद्दे पर कैग के पूर्व अधिकारी के बयान का हवाला देते हुए नारेबाजी करते हुए अध्यक्ष के आसन के समीप आ गए.
डीएमके सदस्य अपने हाथों में समाचार पत्र में प्रकाशित खबर की प्रति लिये हुए थे जिस पर 2जी स्पेक्ट्रम में कैग के नुकसान के आकलन पर पूर्व आडिटर द्वारा सवाल उठाने का जिक्र किया गया था. वाम दल बहु ब्रांड खुदरा क्षेत्र में एफडीआई के मुद्दे पर सदन में चर्चा कराने की मांग करते देखे गए.
उनके हाथों में तख्तियां थी जिस पर लिखा था, ‘एफडीआई पर नियम 184 के तहत चर्चा हो.’ अध्यक्ष ने सदस्यों से अपने स्थान पर जाने और प्रश्नकाल चलने देने का आग्रह किया और कहा, ‘आज का पहला प्रश्न महिलाओं के खिलाफ अपराध से जुड़ा हुआ है और आप सदन चलने नहीं दे रहे हैं.’
लेकिन सदस्यों पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ा. शोर शराबा थमता नहीं देख मीरा ने सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी. दोपहर 12 बजे फिर से लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने पर नजारा सुबह जैसा ही रहा और पीठासीन सभापति पी सी चाको ने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाये और तृणमूल नेता तथा पूर्व मंत्री सौगत राय को मंत्रिपरिषद से इस्तीफा देने संबंधी बयान पढ़ने की अनुमति दी.
इसके बाद भी हंगामा लगातार जारी रहा और चाको ने सदन की कार्यवाही अपराहन दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी. दो बजे फिर से बैठक शुरू होने पर भी स्थिति यथावत थी और उपाध्यक्ष करिया मुंडा ने बैठक पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी. राज्यसभा में कार्यवाही शुरू होते ही बीजेपी के एम वेंकैया नायडू ने एफडीआई का मुद्दा उठाया और कहा कि उन्होंने इस पर चर्चा के लिए प्रश्नकाल स्थगित करने का नोटिस दिया है.
सभापति हामिद अंसारी ने उनसे प्रश्नकाल चलने देने के लिए कहा. लेकिन बीजेपी नीत राजग सदस्य एफडीआई के मुद्दे पर तत्काल चर्चा की मांग पर अड़े रहे. वाम सदस्यों, तृणमूल कांग्रेस और सपा सदस्यों ने भी उनकी मांग का समर्थन किया. इसी बीच द्रमुक सदस्य 2जी मामले में कैग के एक पूर्व अधिकारी के बयान संबंधी पर्चे दिखाते हुए आसन के समक्ष आ गए.
सभापति ने उनसे सदन में पर्चे न दिखाने और अपने स्थानों पर जाने को कहा. हंगामा थमते न देख उन्होंने बैठक बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी. दोपहर 12 बजे बैठक शुरू होने पर भी सदन में वही नजारा दिखा. बीजेपी के वेंकैया नायडू ने एफडीआई का मुद्दा उठाने का प्रयास किया वहीं सपा के सदस्य सरकारी नौकरियों में प्रोन्नति में आरक्षण का विरोध करते हुए आसन के समीप आ गए और नारेबाजी करने लगे.
उपसभापति पी जे कुरियन ने हंगामे के बीच ही जरूरी दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए. हंगामे के चलते कुरियन ने बैठक दिन भर के लिए स्थगित कर दी.