अरबन डिजाइनर और धरोहर का संरक्षण करने वाले लोगों का मानना है कि भारतीय संसद भवन इतनी जल्दी जर्जर नहीं होगा. अपनी भव्यता और सुंदरता के लिए प्रसिद्ध संसद भवन अभी एक शताब्दी तक इस्तेमाल किया जा सकता है.
ये प्रतिक्रिया लोक सभा स्पीकर सुमित्रा महाजन के संसद के लिए नई इमारत की मांग करने के बाद आई है. महाजन ने कहा है कि 88 साल पुरानी इमारत पर बढ़ती उम्र का असर दिखने लगा है और यह अधिक जगह की बढ़ती मांग को पूरा करने में अब सक्षम नहीं है. हालांकि भारतीय लोकतंत्र की प्रतीक संसद भवन में मरम्मत का काम तो जरूरी है.
महाजन ने इस बारे में शहरी विकास मंत्री एम वेंकैया नायडू को पत्र लिखा है और उनसे नये संसद भवन परिसर के निर्माण के कार्य को शुरू करने पर विचार करने को कहा है. इसके लिए दो वैकल्पिक स्थल सुझाएं हैं, एक, संसद भवन परिसर में ही और दूसरा राजपथ के पास.
इंडियन नेशनल ट्रस्ट फॉर आर्ट एंड कल्चरल हेरिटेज (INTACH) दिल्ली के संयोजक एजीके मेनन का कहना है कि विश्व की अन्य संसद हमारी संसद से ज्यादा पुरानी है लेकिन उनको छोड़ा नहीं गया है. ब्रिटिश संसद 100 साल पुरानी है पर कुछ तब्दीलियों और मरम्मत के बाद वो नई इमारत से भी बेहतर दिखती है.