दिल्ली के जंतर मंतर पर दौसा के किसान गजेंद्र सिंह की खुदकुशी मामले पर गुरुवार को संसद में चर्चा हुई. लोकसभा में पूरे घटनाक्रम पर केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सरकार का पक्ष रखा. वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपील की कि सत्ता और विपक्ष को साथ आकर किसानों की समस्या का समाधान ढूंढना होगा. AAP ने की दिल्ली पुलिस के सुझाव की अनदेखी?
किसानों की जिंदगी से अहम कोई चीज नहीं: नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'कई वर्षों से किसानों की आत्महत्या समग्र देश के लिए चिंता का विषय रहा. समय-समय पर हर सरकार ने जो भी संभव हुआ वो कार्रवाई की. कल की घटना के कारण पूरे देश में जो पीड़ा है उसकी अभिव्यक्ति सदन के माननीय सदस्यों ने की है. मैं भी इस पीड़ा में सहभागी होता हूं. यह हम सबका संकल्प रहे कि इस समस्या का समाधान कैसा ढूढें. समस्या बहुत पुरानी है और समस्या व्यापक है व उसे उस रूप में लेना पड़ेगा. जो भी अच्छे सुझाव होंगे सरकार उसे लेकर चलने को तैयार है. किसान की जिंदगी से कोई बड़ी चीज नहीं होती. इंसान की जिंदगी से बड़ी कोई चीज नहीं होती. राजनाथ जी ने सरकार की तारीफ से जो जानकारी देनी थी वो दे दी है. किसानों की समस्या का अंत करने का रास्ता खोजना होगा. किसानों को हम अकेला नहीं छोड़ सकते. बात सिर्फ आज की नहीं है, उनके भविष्य की है. आज की चर्चा से यही सामूहिक संकल्प उभरकर सामने आया.'
राजनाथ सिंह का बयान
राजनाथ बोले, 'मैं और हमारे प्रधानमंत्री और हमारी सरकार दौसा के गजेंद्र सिंह के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं. सदन के अधिकतर लोगों का कहना है कि इस मामले पर राजनीति नहीं होनी चाहिए. मैं भी ऐसा ही मानता हूं. मैं घटना के बारे में बताता हूं. कल 22 अप्रैल को आम आदमी पार्टी की रैली के दौरान राजस्थान से आए एक शख्स की मौत हो गई. वह रैली के दौरान एक झाड़ू लेकर पेड़ पर चढ़ गए. उन्होंने अपने गमछे का एक सिरा गले और दूसरा पेड़ में बांध दिया. पुलिस ने तब तक फायर ब्रिगेड की एक गाड़ी मंगा ली थी. इस दौरान पुलिस ने नीचे खड़े लोगों को ताली बजाने और शोर मचाने से रोका ताकि वह कुछ गलत करने के लिए प्रेरित ना हो. पर भीड़ नहीं मानी. ताली बजाना और शोर मचाना जारी रहा. अब यह दुर्घटना किन कारणों से हुई, इसकी जांच की जाएगी. संसद मार्ग थाने में धारा 306, 186 और 34 के तहत एफआईआर दर्ज कर ली गई है. दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को जांच करने के आदेश दे दिए गए हैं. समयबद्ध जांच की आदेश दे दिए गए हैं.'
किसानों की कर्ज माफी के बारे में सोचे सरकारः दीपेंद्र हुड्डा
चर्चा की शुरुआत कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा ने की. उन्होंने कहा कि बुधवार को जो घटना घटी, जैसी तस्वीर सामने आई. इसने हमें पूरी तरह से झकझोर कर रख दिया. हमें आत्मचिंतन करने की जरूरत है. जिम्मेदारी तय करनी होगी. इस शख्स को ऐसा करने से क्यों नहीं रोका गया? दिल्ली पुलिस के जवान क्या कर रहे थे? हम इंसान पहले हैं, पत्रकार और राजनेता बाद में.
इस घटनाक्रम का दूसरा पक्ष है देश में किसानों की स्थिति. हम चाहते हैं कि केंद्र सरकार ओलावृष्टि में बर्बाद फसल के लिए उचित मुआवजे बांटना शुरू करे. इस सरकार को किसानों की कर्ज माफी के बारे में एक बार फिर सोचना होगा. मैं कांग्रेस की तरफ से मांग करता हूं कि प्रधानमंत्री इस मुद्दे पर बयान दें. आखिर सरकार क्या कर रही है.
किसानों का आत्मनिर्भर बना दोः मुलायम सिंह यादव
समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने मोदी सरकार की निंदा की और कहा कि इस सरकार को अपनी कृषि नीति बदलनी होगी. मुलायम सिंह यादव ने कहा, 'यह सिर्फ केंद्र की समस्या नहीं है, राज्य सरकार की भी समस्या है. यह पहली बार है जब किसी किसान ने सार्वजनिक जगह पर हजारों लोगों के सामने आत्महत्या कर ली. उत्तर प्रदेश में भी किसान आत्महत्या कर रहे हैं. हम चाहते हैं कि सरकार ऐसे कदम उठाए जिससे किसान ऐसा करने के लिए मजबूर ना हों. अगर आप किसान को आत्मनिर्भर बना दोगे तो आपको किसी और देश से कर्ज लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी.'
गुरुवार को लोकसभा की कार्यवाही की शुरुआत में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रश्नकाल स्थगित करने की मांग की. साथ ही कहा कि यह बेहद ही दुखद है और इस मुद्दे पर चर्चा होनी चाहिए. उनकी इस मांग पर संसदीय मंत्री वैंकेया नायडू ने भरोसा दिलाया कि सरकार चर्चा के लिए तैयार है. उन्होंने कहा, 'आत्महत्या एक गंभीर मुद्दा है और इस पर चर्चा होनी चाहिए. लोकसभा के पहले सत्र में हमने देश में खेती की हालत पर चर्चा की थी. इस पर फैसला स्पीकर को करना है. इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए केंद्रीय गृहमंत्री भी मौजूद रहेंगे. लेकिन हमें इस मुद्दे पर राजनीति नहीं करनी चाहिए.'
जब आया सुमित्रा महाजन को गुस्सा
इसके बाद सुमित्रा महाजन ने चर्चा के लिए 12 बजे का वक्त तय किया था. इसके बाद सदन में अलग मुद्दों पर चर्चा शुरू हो गई. हालांकि विपक्ष बार-बार चिल्लाता रहा, 'होश में आओ, होश में आओ.'
इसके बाद स्पीकर सुमित्रा महाजन ने सदन के सदस्यों को शांति बनाए रखने को कहा और इस मुद्दे पर राजनीति नहीं करने की अपील की. उन्होंने कहा, 'अभी क्यूं चिल्ला रहे हो, कल गए थे बचाने उस किसान को.' हालांकि विपक्ष नहीं माना और सदन में हंगामा मचाता रहा. इसके स्पीकर गुस्से में आकर बोलीं, 'किसी को भी गरीब किसान की फिक्र नहीं है. सब कोई अपनी राजनीति करने में लगे हुए हैं.'
PM की मंत्रियों के साथ बैठक
गुरुवार सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोर ग्रुप के मंत्रियों के साथ बैठक की. इस मीटिंग में अरुण जेटली, राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, वैंकेया नायडू ने हिस्सा लिया. इस बैठक में किसान आत्महत्या मामले में चर्चा हुई.