संसद में आज बीजेपी सांसद तरुण विजय की विवादित टिप्पणी का मसला गूंजा और दोनों सदनों में जमकर हंगामा हुआ. कांग्रेस के सदस्यों ने इस मामले में लोकसभा में हंगामा किया. कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने इस सिलसिले में राज्यसभा में स्थगन प्रस्ताव दिया था. हंगामे के चलते दोनों सदनों को कई बार स्थगित करना पड़ा. राज्यसभा में कांग्रेस ने सीबीआई के दुरुपयोग का मामला भी उठाया. हंगामे के बीच दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित कर दी गई. पिछले दिनों एक विदेशी न्यूज चैनल के शो के दौरान तरुण विजय ने भारत में अफ्रीकी नागरिकों पर हो रहे हमलों के सिलसिले में कथित तौर पर नस्लवादी टिप्पणी की थी.
आधार कार्ड पर चर्चा
इस बीच राज्यसभा में 2 बजे से 4 बजे तक का वक्त आधार कार्ड को लेकर चर्चा के लिए आवंटित किया गया है. सरकार ने कई योजनाओं के लाभ के लिए आधार कार्ड को जरूरी बनाया है. फ्लाइट्स जैसी सुविधाओं के लिए भी आधार को अनिवार्य बनाने की तैयारी है.
मोटर व्हिकल एक्ट पर मंत्री का जवाब
इससे पहले परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने लोकसभा में मोटर व्हिकल एक्ट में संशोधनों पर चर्चा का जवाब दिया. उन्होंने भरोसा दिलाया कि सरकार ट्रैफिक पुलिस के नाकों पर भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं करेगी और इसे रोकने के लिए प्रक्रिया को ऑनलाइन किया जा रहा है. उन्होंने ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने की प्रक्रिया को भी पारदर्शी बनाने का आह्वान किया.
विजय के बहके बोल
विजय का कहना था कि 'अगर हम नस्लवादी होते तो तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश जैसे दक्षिण भारतीय राज्यों के लोगों के साथ नहीं रहते.' इस टिप्पणी पर सोशल मीडिया के साथ सियासी गलियारों में भी कड़ी प्रतिक्रिया हुई थी. हालांकि तरुण विजय ने इस पर माफी भी मांगी लेकिन विपक्ष संसद में बीजेपी को घेरने का मौका नहीं चूकेगा.
राजनाथ सिंह की सफाई
शोर-शराबे के बीच केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में तरुण विजय के बयान पर सफाई दी. उनका कहना था कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है और जाति-धर्म या रंग के आधार पर कोई भेदभाव नहीं हो सकता. उन्होंने दोहराया कि तरुण विजय पहले ही इस मामले में माफी मांग चुके हैं.