त्रिपुरा, नगालैंड और मेघालय के चुनाव के नतीजे चाहे जो आए हों लेकिन सोमवार से शुरू हो रहे संसद के सत्र में कांग्रेस के आक्रामक तेवर बरकरार रहने की संभावना है. पार्टी नेताओं का कहना है कि भ्रष्टाचार के मुद्दे पर हम मोदी सरकार को छोड़ने वाले नहीं हैं. संसद में भ्रष्टाचार का मुद्दा जोरशोर से उठाया जाएगा.
सूत्रों का कहना है कि लोकसभा में यह नारा लगेगा कि देश का 'चौकीदार सो गया, नीरव मोदी लूटकर भाग गया .' बजट पेश होने के बाद शुरू हो रहे संसद सत्र को लेकर पार्टी के रणनीतिकार काफी संवेदनशील है. इसके साथ ही कांग्रेस राफेल डील के मुद्दे को भी एक बार फिर जोरशोर से उठाएगी.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पिछले कुछ समय से राफेल लड़ाकू विमान सौदे में सीधे प्रधानमंत्री मोदी की भूमिका को लेकर सवाल उठाते रहे हैं. हालांकि रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को ही साफ किया था कि राफेल सौदे पर अगर कांग्रेस कोई भी सवाल उठाती है तो उसका जवाब देने के लिए तैयार हैं. रक्षा मंत्री ने ये भी कहा कि राफेल डील की तुलना बोफोर्स घोटाले से नहीं की जा सकती.
वहीं, मोदी सरकार नीरव मोदी के जवाब में कार्ति चिदंबरम की आईएनएक्स मामले में हुई गिरफ्तारी को कांग्रेस के भ्रष्टाचार से जोड़कर इस मुद्दे को हवा देगी. दूसरी तरफ, मोदी सरकार ने राफेल डील पर जवाब की भी पूरी तैयारी कर रखी है. मोदी सरकार यूपीए सरकार द्वारा लिए गए फैसलों के तथ्यों के साथ विपक्ष के साथ बहस के लिए तैयार है.
विपक्ष युवाओं के रोजगार, किसानों की दुर्दशा, भ्रष्टाचार और कालाधन को लेकर केंद्र सरकार के दावों का मुद्दा उठाएगा. साफ है कि संसद के सत्र में हंगामे के पूरे आसार हैं. जबकि बीजेपी पूर्वोत्तर में कमल खिलाने की खुशी में विपक्ष के हर हमले पर जवाबी हमला करने के लिए तैयार है. मतलब साफ है कि सरकार ने इस बार विपक्ष की ईंट का जवाब पत्थर से देने लिए जमीन तैयार कर ली है.