अगर बारिश के दिनों में आपके घर की छत टपकती है तो ज्यादा फिक्र मत कीजिए. क्योंकि इस देश की संसद की छत भी टपकती है.
दिल्ली में गुरुवार को हुई बारिश का असर लोकसभा में भी देखने को मिला जब संसद भवन के गुंबद से पानी रिसकर सांसदों की सीट पर गिरने लगा.
सदन में केंद्र सरकार के पहले बजट पर चर्चा चल रही थी. इसी दौरान रात करीब 7:30 बजे मोटी-मोटी बूंदे सदन के बीच की सीटों पर गिरने लगीं. वहां बैठे सदस्य चौंक गए और उठकर दूसरी जगह जाने लगे. इस पर सत्ता पक्ष और विपक्ष को एक दूसरी की चुटकी लेने का भी मौका मिल गया.
'देखिए, अच्छे दिन आ गए'
विपक्षी सदस्यों ने लोकसभा की छत रिसने की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए कहा,
‘ये देखिए अच्छे दिन आ गए, संसद की छत से बारिश का पानी आ रहा है.’ इस
पर सत्ता पक्ष के एक सदस्य ने कहा, ‘ये आपके दस साल के कर्मों का नतीजा है.’
बारिश बहुत तेज हो रही थी और उसकी आवाज सदन के भीतर तक आ रही थी.
वित्त मंत्री अरुण जेटली सदस्यों से पूछते देखे गए कि यह आवाज कैसी है. इस पर
शिव सेना के अनंत गीते ने उन्हें बताया कि यह बारिश की आवाज है.
सदन में जिन सीटों पर पानी रिस कर गिर रहा था उन पर अन्नाद्रमुक (AIADMK) के सदस्य बैठते हैं. बताया जा रहा है कि बारिश की बूंदे सीट नंबर 375 और 376 पर गिरीं.