गुजरात में आसन्न विधानसभा चुनावों के कारण संसद के शीतकालीन सत्र में विलंब होने संबंधी मीडिया रिपोर्ट की अटकलों पर विपक्षी कांग्रेस ने बीजेपी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा है कि यह ‘तुगलकी निर्णय’है.
कांग्रेस ने यह भी भरोसा जताया है कि गुजरात में पार्टी के पक्ष में 'आश्चर्यजनक परिणाम' आयेंगे, जहां बीजेपी दो दशक से अधिक समय से सत्ता में है.
कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने बताया, 'क्या आप पहली बार गुजरात में चुनाव करवा रहे हैं. अचानक गुजरात चुनाव सरकार के लिए इतना महत्वपूर्ण क्यों हो गया. यह पूर्ण रूप से तुगलकी निर्णय है.' सिंघवी ने कहा कि संसद सत्र के दौरान राष्ट्रीय महत्व के मुद्दों पर चर्चा होती है. उन्होंने पूछा कि अगर इसमें देरी होती है तो किसे फायदा मिलेगा.
कांग्रेस नेता ने कहा कि संसद सत्र में अगर देरी होती है तो निश्चित तौर पर इसका फायदा बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के बेटे शौर्य को मिलेगा क्योंकि विपक्ष इन मसलों को संभवत: संसद में उठाएगा.
उल्लेखनीय है कि कथित रूप से अनियमितताओं की खबरों के बाद जय और शौर्य विपक्षी दलों के निशाने पर हैं.
उन्होंने कहा, 'इस सत्र में राष्ट्रीय महत्व के मुद्दों पर चर्चा होगी. ( सत्र में देरी ) से उनलोगों को फायदा होगा जो चर्चा करना नहीं चाहते हैं.' कांग्रेस प्रवक्ता ने आश्चर्य जताया कि यह किस प्रकार का 'नया मॉडल' है, जहां संसद सत्र देर से बुलाया जा रहा है. सिंघवी ने चिंता जताई कि यह 'मॉडल' किसी राज्य में चुनाव के कारण संसद में देरी करने की एक नजीर बनेगा.
गुजरात चुनाव से पहले सर्वेक्षण कराये जाने के बारे में पूछने पर सिंघवी ने कहा कि उनकी पार्टी के आंतरिक सर्वेक्षण में यह संकेत मिलता है कि वहां 'आश्चर्यजनक परिणाम' आएगा. हालांकि सिंघवी ने सीटों की संख्या के बारे बताने से इंकार कर दिया.