गुजरात चुनाव के मद्देनजर संसद के शीतकालीन सत्र पर हो रही राजनीति के बीच सरकार जल्द ही इस पर सस्पेंस खत्म करने वाली है. बताया जा रहा है कि गुजरात में वोटिंग के तुरंत बाद सत्र बुलाया जा सकता है.
सूत्रों के मुताबिक, शीतकालीन सत्र 11 दिसंबर से शुरू हो सकता है. बताया जा रहा है कि ये सत्र 22 दिसंबर तक चलेगा.
दरअसल, गुजरात में विधानसभा चुनाव के लिए 9 और 14 दिसंबर को वोटिंग होनी है. कांग्रेस समेत दूसरे विपक्षी दल सरकार पर चुनाव के चलते सत्र में देरी का आरोप लगा रहे थे. जिसके बाद अब चुनाव के दरम्यान ही सत्र बुलाने की बात सामने आ रही है.
अगर ऐसा होता है तो 9 दिसंबर को पहले चरण का मतदान होने के बाद 11 दिसंबर यानी सोमवार से शीतकालीन सत्र बुलाया जा सकता है. जब दूसरे चरण का मतदान 14 दिसंबर को होना है.
कांग्रेस ने शीतकालीन सत्र में विलंब को मोदी सरकार का 'तुगलकी निर्णय' बताया था. कांग्रेस का कहना है कि संसद सत्र के दौरान राष्ट्रीय महत्व के मुद्दों पर चर्चा होती है. ऐसे में अगर इसमें देरी होती है तो फायदा मिलेगा बीजेपी को मिलेगा.
आम तौर पर शीतकालीन सत्र नवंबर के तीसरे हफ्ते में शुरू होता है. बीते साल ये सत्र 16 नवंबर से शुरू होकर 16 दिसंबर तक चला था. ऐसे में विपक्ष के हमलों को देखते हुए मोदी सरकार संसद सत्र को गुजरात में वोटिंग शुरू होने के बाद आरंभ करना चाहती है. माना जा रहा है कि इससे न सिर्फ कांग्रेस के आरोपों से बल्कि चुनाव के दौरान उन पर चर्चा से भी बचा जा सकता है.