बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने जनता परिवार के विलय की कोशिश को ‘अनैतिक’ करार दिया है. शाह ने जेडीयू-आरजेडी-कांग्रेस गठबंधन को अपवित्र और अनैतिक गठबंधन बताते हुए शनिवार को कहा कि जिस तरह का अपवित्र गठबंधन बिहार में आकार लेने जा रहा है, उसे देखते हुए उन्हें विश्वास है कि बिहार की जनता इनकी एकता से कोई इत्तफाक नहीं रखेगी. आने वाले दिनों में पूर्ण बहुमत के साथ बिहार में बीजेपी की सरकार बनेगी.
पटना में बीजेपी के प्रदेश कार्यालय में पत्रकारों को संबोधित करते हुए शाह ने पुराने जनता परिवार के दलों के विलय के बारे में कहा कि जहां तक जनता परिवार के एक होने का सवाल है, बीजेपी इससे कतई चिंतित नहीं है. क्योंकि जनता परिवार में से जनता निकल गई है और सिर्फ ‘परिवार’ बच गया है. वह चुनाव में कुछ प्रदर्शन नहीं कर पाएगा.
बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी, केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय की उपस्थिति में अमित शाह ने कहा कि लालू प्रसाद और नीतीश कुमार ने हमेशा कांग्रेस के खिलाफ राजनीति की और नीतीश ने 17 साल तक लालू के खिलाफ राजनीति की. अब वे एक होकर चुनाव लड़ना चाहते हैं, जो एक ‘अपवित्र’ गठबंधन है जिसे आप ‘अनैतिक’ भी कह सकते हैं.
यह पूछे जाने पर कि नीतीश खेमे द्वारा अगर मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को पद से हटाया जाता है, तो क्या बीजेपी उन्हें समर्थन देगी और पार्टी में शामिल किया जाएगा, शाह ने कहा कि उनकी पार्टी इस बारे में परिस्थिति पैदा होने पर विचार करेगी. बिहार में समय से पहले चुनाव कराए जाने के बारे में पूछे जाने पर शाह ने कहा कि हम कभी भी समय से पहले चुनाव नहीं चाहते. बीजेपी की सोच है कि हर सरकार अपनी लोकतांत्रिक अवधि पूरी करे. हम कभी अस्थिरता में विश्वास नहीं रखते.
अमित शाह ने विश्वास जताया कि आने वाले दिनों में 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा में 185 से ज्यादा सीटें जीतने के साथ यहां बीजेपी की सरकार बनेगी और उनकी पार्टी एक अच्छी और मजबूत सरकार देने के साथ इस प्रदेश को ‘जंगल राज’ की वापसी से मुक्ति दिलाएगी. यह पूछे जाने पर कि क्या प्रदेश में पार्टी के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी को आगे कर बीजेपी आने वाला बिहार विधानसभा चुनाव लड़ेगी, शाह ने कहा कि मुख्यमंत्री का उम्मीदवार कौन होगा, इस बारे में बीजेपी संसदीय बोर्ड निर्णय करेगा. अभी इसको लेकर कोई बात नहीं हुई है. मुख्यमंत्री के उम्मीदवार के तौर पर किसी को पेश किया जाएगा या नहीं, इस बारे में कुछ भी तय नहीं हुआ है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकसभा चुनाव के समय केंद्र में उनकी सरकार बनने पर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने के वादे से मुकर जाने के बारे में पूछे जाने पर शाह ने कहा कि इस प्रदेश में अच्छी सरकार बनने पर बिहार को सब कुछ दिया जाएगा. नरेंद्र मोदी सरकार पांच साल के लिए है, न कि कुछ महीनों के लिए. उन्होंने कहा कि न केवल बिहार का विकास, बल्कि पूरे पूर्वी भारत का विकास मोदी सरकार की प्राथमिकता वाले एजेंडे में है.
शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए गए वादे के अनुसार बिहार को उसका हक मिलेगा. बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि उन्हें जो कहना था, वह कह चुके हैं.
- इनपुट भाषा से