भारतीय देवी देवताओं की मूर्तियां चीन से आयात किये जाने की पृष्ठभूमि में रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने बुधवार को बताया कि कैसे उस देश से आने वाली भगवान गणेश की मूर्तियों की आंखें छोटी से छोटी होती जा रही हैं.
डिजाइन एंड मेक इन इंडिया इलेक्ट्रॉनिक्स सम्मेलन को संबोधित करते हुए पर्रिकर ने सरकार की इस महत्वाकांक्षी पहल के महत्व को रेखांकित किया. मंत्री ने कहा कि उन्हें कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के दौरान अक्सर देवी देवताओं की मूर्तियां तोहफे में मिलती हैं, विशेष तौर पर भगवान गणेश की.
उन्होंने कहा, 'मैंने पाया है कि आजकल उनकी आंखें छोटी से छोटी होती जा रही हैं. एक दिन मैंने उसे पलट कर देखा, तो पाया कि यह मेड इन चाइना है.' पर्रिकर ने कहा कि भारतीयों ने देवी सरस्वती, गणेश और अन्य के चेहरे की परिकल्पना राजा रवि वर्मा की पेंटिंग के आधार पर की है.
उन्होंने कहा, 'अगर यह धीरे धीरे बदलती है तब इस पर आश्चर्य नहीं करें. इसलिए हमें इसी दीपावली से ही तोहफों से हमारे अपने देवी देवताओं के संदर्भ में 'मेक इन इंडिया' की शुरूआत करनी होगी. मैं इस बारे में गंभीरता से विचार कर रहा हूं.'
आबादी की समस्या का जिक्र करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि जब वह छोटे थे, तब उनके पिता मजाक में कहा करते थे कि एक परमाणु बम इसका समाधान निकाल सकता है. उन्होंने हास्य विनोद के अंदाज में कहा, 'उस समय आबादी केवल 35 करोड़ थी और वह उसे समस्या मानते थे. पर्रिकर ने कहा कि भारत में युवाओं की संख्या काफी है क्योंकि देश की आबादी अधिक है.'
- इनपुट भाषा