भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने साफ तौर अपनी पार्टी के नेताओं को हिदायत दी है कि पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकरी को लेकर खुली टिप्पणी नहीं होनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि अगर किसी भी नेता के मन में कोई सवाल है तो उन्हें बातचीत के जरिए सुलझाया जाएगा.
राजनाथ सिंह ने ये बातें आज तक के एक्जिक्यूटिव एडिटर प्रबल प्रताप सिंह के साथ एक इंटरव्यू में कही. गौरतलब है कि राजनाथ सिंह के अध्यक्ष बनने के बाद गुरुवार को बीजेपी और संघ की पहली बैठक हुई. इस बैठक में वीएचपी के नेताओं ने भी हिस्सा लिया.
बीजेपी अध्यक्ष ने राजनाथ सिंह ने कहा, 'यह मीटिंग एक अनौपचारिक बैठक थी. हर छह महीने पर हम समान विचारधारा के लोग बैठकर वैचारिक मुद्दों पर बातचीत करते हैं.'
बैठक में 2014 के एजेंडे पर चर्चा होने के बारे के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह एक अनौपचारिक बैठक थी इसमें किसी प्रकार के एजेंडे पर चर्चा नहीं हुई.
वहीं राजनाथ सिंह ने यह भी साफ किया कि बीजेपी और संघ के बीच मतभेद नहीं है. उन्होंने कहा, 'राष्ट्रीय स्वयंसेवी संघ एक सामाजिक-सांस्कृतिक संगठन है. हमारी पार्टी के कई नेता इसके स्वयंसेवक रह चुके हैं, ऐसे में मतभेद का सवाल ही नहीं उठता.'
पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकरी को लेकर हो रही बयानबाजी के बारे में उन्होंने कहा कि नेताओं को गडकरी पर खुली टिप्पणी नहीं करनी चाहिए. उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि बीजेपी पूरी तरह से एकजुट है. राजनाथ सिंह ने कहा कि देश में अभी तीन मुख्य राष्ट्रीय पार्टियां हैं. इनमें से सिर्फ बीजेपी ही एक ऐसी पार्टी है जिसका विचारधारा के आधार पर विभाजन नहीं हुआ.
भारतीय जनता पार्टी को देश की सबसे लोकतांत्रिक पार्टी करार देते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारी पार्टी पूरी तरह से लोकतांत्रिक है.
नरेंद्र मोदी की पीएम उम्मीदवारी को लेकर राजनाथ सिंह ने कहा, 'पीएम कौन बनेगा इसका फैसला सही वक्त पर होगा. इस मीटिंग में मोदी के नाम को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई.'
उन्होंने कहा कि पीएम कौन बनेगा, मुख्यमंत्री कौन बनेगा इन मुद्दों पर चर्चा बीजेपी की बैठकों में होती है. आज की बैठक ऐसे मुद्दों के लिए सही मंच नहीं था. इस तरह के फैसले सही मंच और सही वक्त पर लिए जाएंगे.