शिमला में आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस में जसवंत सिंह ने कहा कि आज मुझे हनुमान से रावण बना दिया गया है. दु:ख तो होगा ही.
इंडिया टुडे में छपी थी कार्टून
{mosimage}जसवंत सिंह ने कहा कि अटल जी के शासन काल में इंडिया टुडे में एक कार्टून छपा था जिसमें मुझे हनुमान के रुप में दर्शाया गया था. आज मैं हनुमान से रावण हो जाऊं, दुख तो होता ही है.
30 वर्षों की सेवा का यही सिला मिला
जसवंत सिंह ने कहा कि आज करीब एक बजे पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने मुझे फोन करके सूचित किया कि पार्टी ने आपको प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया है. जसवंत सिंह ने कहा कि यह सुनकर मुझे दु:ख हुआ. संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा कि मैं पार्टी के बनने के समय से इसका सदस्य हूं. मैंने 30 वर्षों से पार्टी में यथाशक्ति योगदान दिया है. पार्टी से निकाला जाना मेरे लिए दु:ख की बात है. जसवंत सिंह ने कहा कि यही निर्णय था तो पार्टी अध्यक्ष मुझे दिल्ली में ही बता देते कि तुम यहां मत आओ.
अब रावण बन गया हूं
अपने पुराने दिनों का जिक्र करते हुए जसवंत ने कहा कि मैंने कई मौकों पर पार्टी के लिए बेहतर काम किया जो मुझे दिया गया. जसवंत ने एक वाकया का उल्लेख करते हुए कहा कि अटल जी के शासन काल में इंडिया टुडे में एक कार्टून छपा था जिसमें मुझे हनुमान के रुप में दर्शाया गया था. आज मैं हनुमान से रावण हो जाऊं, दुख तो होता ही है.
पार्टी से निकाले जाने के तरीको से दु:ख हुआ
भाजपा से निष्कासित हुए जसवंत सिंह ने कहा है कि जिस तरह से मुझे पार्टी से निकाला गया है, इससे मैं काफी आहत हुआ हूं. जसवंत सिंह ने कहा कि अगर यही बात मुझे व्यक्तिगत तौर पर बता दिया गया होता तो मुझे इतना दुख नहीं होता.
पार्टी से निकाला जाना दुखद बात
शिमला में आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस में जसवंत सिंह ने कहा कि जिस तरह से मुझे पार्टी से निकाला गया है वह तरीका मुझे बिल्कुल गलत लगा. उन्होंने कहा कि केवल एक किताब लिखने की इतनी बड़ी सजा मिलेगी यह मुझे नहीं पता था. इससे पहले आज भाजपा की चिंतन बैठक में पार्टी से जसवंत सिंह की छुट्टी कर दी गई.