योग गुरु रामदेव ने पतंजलि फूड पार्क की घटना पर राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि सरकार द्वेषपूर्ण रवैया अपना रही है और निर्दोश लोगों को जेल भेज रही है. इतना ही नहीं पक्षपात पूर्ण तरीके से फैक्ट्री की तलाशी लेकर उसे बंद करने की साजिश रची जा रही है, जिससे हजारों लोगों को बेरोजगार करने की तैयारी है.
रामदेव की फर्म के सुरक्षा गार्ड और ट्रक ऑपरेटरों के एक स्थानीय संगठन के सदस्यों के बीच बुधवार को हुए खूनी संघर्ष के चलते रामदेव के पतंजलि फूड एंड हर्बल पार्क में कामकाज शुक्रवार को लगातार तीसरे दिन भी ठप रहा.
इलाके में तनाव अब भी है. पार्क में सब कुछ ठहरा हुआ है. पार्क प्रबंधन और ट्रक ऑपरेटरों की यूनियन के बीच सुलग रहे महीनों का तनाव के चलते हुए झड़प में एक ट्रक चालक की मौत हो गई. ट्रक ऑपरेटरों की मुख्य शिकायत यह है कि उन्हें उनके उत्पादों की ढुलाई का काम नहीं दिया गया और हरिद्वार के बाहर के ट्रकों को यह काम दिया गया.
पार्क अधिकारियों ने इसके पीछे यह तर्क दिया कि स्थानीय ट्रकों को एक दिन का 19,000 रुपया दिया जाता है, जबकि बाहर के ट्रक परिवहन का सारा काम 10,000 रुपया प्रतिदिन की दर से करते हैं. स्थानीय और बाहरी ट्रकों की दरों में भारी अंतर के चलते कोई सौदा नहीं हो पाया था. स्थानीय प्रशासन भी मध्यस्थता कर प्रबंधन और ऑपरेटर के बीच कोई समझौता कराने में नाकाम रहा.
पुलिस अधीक्षक (नगर) सुरजीत सिंह पंवार ने कहा कि कई बार की मध्यस्थता के बावजूद इस मुद्दे का हल नहीं हो सका. उन्होंने कहा कि यह कहना गलत है कि पुलिस या स्थानीय प्रशासन ने विवाद का हल करने के लिए कोई कोशिश नहीं की.
उन्होंने कहा कि फिलहाल हालात को सामान्य नहीं बताया जा सकता, क्योंकि इलाके में तनाव व्याप्त है और पार्क में काम काज निलंबित है. वहीं, दूसरी ओर सत्तारूढ़ कांग्रेस ने रामदेव के खिलाफ प्रदर्शन जारी रखा है. पार्टी उनके खिलाफ नारेबाजी कर रही है और चंद्रचार्य चौक पर उनका पुतला फूंका.
इनपुट: भाषा