पठानकोट एयरबेस पर आतंकी हमला मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बड़ा कदम उठाया है. एनआईए की विशेष अदालत ने शुक्रवार को चार पाकिस्तानी आतंकियों के खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट जारी कर दिया है, जिनमें मसूद अजहर और उसके भाई रउफ का नाम भी शामिल है.
मोहाली स्थित एनआईए की विशेष अदालत ने शुक्रवार को हमले के आरोपी चार पाकिस्तानी हैंडलर्स मसूद अजहर, उसके भाई रउफ, कासिफ जान और शाहिद लतीफ के खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी किया है. इस आदेश के साथ ही अब ये सभी चार आतंकी आधिकारिक रूप से मामले में वांटेड की श्रेणी में आ गए हैं.
जांच के लिए आई थी PAK टीम
गौरतलब है कि एनआईए की ओर से यह कदम ऐसे समय भी उठाया गया है, जब पाकिस्तानी जेआईटी ने पठानकोट से जांच कर वतन लौटते ही अपना पाला बदल लिया है. जेआईटी ने कहा है कि उसे पठानकोट में ऐसे कोई सबूत नहीं मिले जो यह साबित कर सकें कि हमले में पाकिस्तानी सरजमीं का इस्तेमाल हुआ. जबकि सूत्रों के हवाले से खबर है कि भारत के पास फॉरेंसिक और इलेक्ट्रॉनिक सबूत के तौर पर ऐसे पुख्ता सबूत हैं, जिन्हें पाकिस्तान नकार नहीं सकता.
JIT को सौंप चुके हैं नाम और पता
सरकारी सूत्रों के हवाले से खबर है कि भारत ने पठानकोट एयरबेस पर हमला करने वाले पाकिस्तानी आतंकियों के साथ ही उनके आकाओं की पहचान भी कर ली है. बताया जाता है कि भारत ने जेआईटी को मौलाना मसूद अजहर, उसके भाई रउफ और आतंकियों के हैंडलर कासिफ जान की बातचीत का पूरा इलेक्ट्रॉनिक सबूत सौंपा है. यही नहीं, भारत ने जब JIT को 4 आतंकियों के नाम और उनके पते सौंपे तो JIT ने उनमें से न सिर्फ आतंकियों की पुष्टि की, बल्कि उनके पाकिस्तान सरजमीन से आने की बात भी स्वीकार की.
तो क्या डर किया है पाक?
पाकिस्तानी जेआईटी भले ही सबूतों के कमजोर होने की बात कह रही हो, लेकिन सच्चाई तो यही है कि एनआईए ने जो सबूत सौंपे हैं वह पुख्ता और पुष्ट हैं. भारत ने पाकिस्तानी JIT को 17 पेज का एक रोडमैप भी दिया है, जिसमें बताया गया है कि हमला मामले की जांच कैसे बढ़ेगी. पाकिस्तान वो रोड मैप को भारत से लेकर भी गई है. उन 17 पन्नों के अलावा NIA ने पाक JIT को डिटेल LR भी दिया है. समझा यह भी जा रहा है कि पाकिस्तान भारतीय जांच दल के जाने के प्रस्ताव को लेकर खौफजदा हो गया और शायद इसलिए उसने अपना रुख बदल लिया.