'भारत माता की जय' बोलने से इनकार करने वाले ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन(एआईएमआईएम) के नेता असदुद्दीन ओवैसी के बयान का सपोर्ट करने पर उनकी पार्टी के एमएलए वारिस पठान को महाराष्ट्र असेंबली से सस्पेंड कर दिया गया है. अब खुद ओवैसी उनके समर्थन में उतर आए हैं. ओवैसी ने कहा है कि भारत के इतिहास में पहली बार नारा न लगाने के लिए किसी को निलंबित किया गया है.
ओवैसी ने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा के बजट सत्र से एआईएमआईएम विधायक वारिस पठान का निलंबन गलत मिसाल पेश करेगा. उन्होंने कहा कि 'संसद और विधानसभा बहस का पलैटफोर्म देते हैं. जहां नारेबाजी करना गलत है.'
निलंबन का समर्थन करके कांग्रेस-NCP बेनकाब
ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि 'खुद पीएम कहते हैं कि वह भारतीय संविधान का अनुसरण करते हैं, तो संविधान में कहां लिखा है किसी नारे को न लगाने पर किसी निर्वाचित सदस्य को निलंबित किया जा सकता है.' उन्होंने ये भी कहा कि 'हम अंधकार की ओर जा रहे हैं. निलंबन प्रस्ताव का समर्थन करके खुद को सेक्युलर कहने वाले कांग्रेस और एनसीपी भी बेनकाब हो गए हैं.'
सर्वसम्मति से निलंबन प्रस्ताव हुआ स्वीकार
गौरतलब हो कि बुधवार को एआईएमआईएम विधायक वारिस पठान को 'भारत माता की जय' बोलने से इनकार करने पर महाराष्ट्र विधानसभा के बजट सत्र से निलंबित कर दिया गया है. वारिस पठान पूरे बजट सत्र के दौरान निलंबित रहेंगे. बीजेपी के राम कदम ने वारिस से भारत माता की जय बोलने के लिए कहा था. वारिस ने कहा था कि वो 'जय हिंद' बोलेंगे लेकिन 'भारत माता की जय' नहीं कहेंगे . उनके इनकार करने के बाद विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ. बाकी पार्टियों के विधायकों ने उनके निलंबन की मांग की. उनके खिलाफ सर्वसम्मति से प्रस्ताव स्वीकार किया गया है.