पटियाला हाउस कोर्ट ने सोमवार को गृह मंत्रालय के अंडर सेक्रेटरी आनंद जोशी को 20 मई तक सीबीआई रिमांड पर भेज दिया है. सीबीआई ने कोर्ट से भ्रष्टाचार के मामले में फंसे जोशी की 5 दिनों की हिरासत की मांग की थी.
घर पर मिली कई अहम फाइलें
सीबीआई ने कोर्ट को बताया कि आनंद जोशी के घर से कुछ ऐसी फाइलें मिली हैं जिसका उनके घर पर कोई काम नहीं था. जांच एजेंसी ने कहा कि फाइलें घर पर क्यों थी, इससे जुड़ी चीजों पर जोशी से सामने बैठकर पूछताछ करनी है. कोर्ट ने सीबीआई की मांग को मानते हुए जोशी को 20 मई तक हिरासत में भेज दिया.
झूठी चिट्ठी पर गायब होने का रचा नाटक
सीबीआई ने कोर्ट से कहा कि जोशी घर पर झूठी चिट्ठी छोड़ कर चले गए थे. सीबीआई ने कहा कि न जोशी घर पर मिले, न ही वो नोटिस भेजने के बाद ऑफिस आए. 11 से 15 मई के बीच उनका फोन भी बंद था. जांच एजेंसी ने कहा कि जोशी ने झूठी चिट्ठी घर पर छोड़कर जाने के बहाने नाटक रचा था. इस पर आनंद जोशी के वकील ने कहा कि उनका फोन बंद नहीं था बल्कि वो उज्जैन की भगदढ़ में खो गया था. आनंद जोशी ने कोर्ट में कहा, 'मेरे 24 साल के करियर में कभी मुझे ऑफिस मेमो भी नहीं मिला है. मैं अंडर सेक्रेटरी स्तर का कर्मचारी हूं. सिर्फ मेरा फोन ऑफ था, इसलिए मुझ पर आरोप लगाए जा रहे हैं.'
विदेश भागने की फिराक में थे जोशी
जोशी के वकील ने बताया कि कुछ समय पहले जोशी और उनके पत्नी दोनों पर बिजली गिर गई थी. तब से दोनों डिप्रेशन के शिकार हैं और उनका इलाज चल रहा है. सूत्रों का कहना है कि जोशी विदेश भागने की फिराक में थे लेकिन सीबीआई के जासूसों ने उन्हें धर दबोचा.
विदेशों से पैसा कमाने वाले NGO को भेजते थे नोटिस
सीबीआई ने आनंद जोशी के खिलाफ की गई शिकायत में कहा कि जब वो एफसीआरए के अंडर सेक्रेटरी के तौर पर काम कर रहे थे, उस दौरान वो भ्रष्टाचार और अन्य अवैध गतिविधियों में शामिल रहे. उन्होंने ऐसे एनजीओ और सोसाइटियों को नोटिस और सवाल भेजे, जिनके पास विदेशों से काफी पैसा आ रहा था. केरल का स्नेहल्य चैरिटेबल ट्रेस्ट, दिल्ली का इंडिया एचआईवी/एड्स अलायंस, ऑ इंडिया प्राइमरी टीचर्स फेडरेशन और केयर इंडिया जैसे संगठनों को नोटिस भेजे गए थे.
पत्नी की कंपनियों में मनी लॉन्ड्रिंग, हो सकती है पूछताछ
सीबीआई ने दावा किया है कि जोशी ने मेसर्स श्रीजक मीडिया, मेसर्स श्रीजक रेडियो मीडिया और मेसर्स श्रीजक आउटडोर में पैसे की लॉन्ड्रिंग की. उनकी पत्नी इन सभी कंपनियों की निदेशक थी. सीबीआई इस मामले में आनंद जोशी की पत्नी मीनाक्षी जोशी से भी पूछताछ कर सकती है.
क्या है आरोप?
गौरतलब है कि आनंद जोशी गुजरात की गुलबर्ग सोसायटी में म्यूजियम बनाने के नाम पर इकट्ठा की गई राशि में कथित हेराफेरी मामले में आरोपी सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ के साथ जांच के दायरे में हैं. सीबीआई का शिकंजा कसता देख वो पिछले दिनों गाजियाबाद के अपने घर पर एक चिट्ठी छोड़कर गायब हो गए थे. चिट्ठी में जोशी ने लिखा था कि उन्हें मानसिक तौर पर प्रताड़ित किया जा रहा है और वो शांति चाहते हैं, जो उन्हें यहां रहकर नहीं मिल सकती.
सीबीआई ने दिल्ली में किया ट्रेस
सीबीआई ने रविवार को आनंद जोशी को दिल्ली के तिलकनगर में ट्रेस कर लिया और शाम 5 बजे हिरासत में लिया. हिरासत में लेने के बाद जोशी को सीबीआई हेडक्वार्टर लाया गया और कई घंटों तक पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.