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पटना ब्लास्ट को लेकर बिहार, झारखंड में छापेमारी, इंडियन मुजाहिद्दीन के आतंकी तहसीन पर शक

पटना के गांधी मैदान में आयोजित भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की 'हुंकार रैली' के पहले यहां रविवार को 7 सिलसिलेवार बम धमाके हुए. इन धमाकों में 5 की मौत हो गई, जबकि 50 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं. इसके बाद रात को बिहार और झारखंड में कई जगह छापेमारी की गई. रांची से दो लोगों को हिरासत में लिया गया है.

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पटना के गांधी मैदान में आयोजित भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की 'हुंकार रैली' के पहले यहां रविवार को 7 सिलसिलेवार बम धमाके हुए. इन धमाकों में 5 की मौत हो गई, जबकि 50 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं. इसके बाद रात को बिहार और झारखंड में कई जगह छापेमारी की गई.

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सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, जिस संदिग्ध को पकड़ा गया है, उसे इंडियन मुजाहिद्दीन के आतंकी तहसीन ने भेजा हो सकता है. तहसीन पर 10 लाख रुपये का इनाम रखा गया है. रांची के छापेमारी के दौरान एक संदिग्ध के घर से कुकर बम और हथियार बरामद किए जाने की खबर है. रांची से दो लोगों को हिरासत में भी लिया गया है.

रांची के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून और व्यवस्था) एस एन प्रधान ने बताया, ‘पटना में हुए सीरियल बम विस्फोट के कुछ आरोपी झारखंड के हैं.’ उन्होंने कहा कि हो सकता है कि वे सभी झारखंड से विस्फोटक ले गए हों अथवा वहीं से लिया हो. उन्होंने कहा कि बिहार पुलिस ने जिन आरोपियों के नाम दिये हैं वे झारखंड के रहने वाले हैं.

इससे पहले बिहार के पुलिस महानिदेशक अभयानंद ने बताया कि पटना के विभिन्न स्थलों पर कुल 7 धमाके हुए, जिनमें 5 व्यक्तियों की मौत हो गई, जबकि 50 व्यक्ति घायल हो गए हैं. सभी घायलों को पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

रेलवे स्टेशन पर पहला धमाका
पुलिस के अनुसार, पहला विस्फोट पटना रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 10 से करबिगहिया की ओर निकलने वाले रास्ते पर स्थित टॉयलेट में हुआ, जिसमें एक व्यक्ति घायल हो गया. घायल व्यक्ति को इलाज के लिए पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजा गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. घटनास्थल से पुलिस ने एक जीवित बम भी बरामद किया है, जिसे निष्क्रिय कर लिया गया. सूत्रों के अनुसार पटना प्लेटफार्म के पास हुए विस्फोट में टाइमर का इस्तेमाल किया गया था.

गांधी मैदान और आसपास 6 धमाके
इसके बाद गांधी मैदान और आसपास के क्षेत्रों में 6 बम विस्फोट हुए. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि इस मामले में दो संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया गया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है. पूरे मामले की जांच के लिए गया से राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) पटना आई है. गांधी मैदान से चार डिजिटल टाइमर वाले जिंदा बम भी बरामद किए गए हैं. संदिग्ध युवक हिरासत में लिया गया

राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि धमाकों की खुफिया जानकारी नहीं थी.

इस असुरक्षा के माहौल के बीच एनआईए ने भी अपनी 7 सदस्यीय टीम पटना भेज दी है. एनआईए और एनएसजी की दूसरी टीम भी दिल्ली से भेज दी गई है.

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इस बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आपातकालीन बैठक बुलाई. वह वरिष्ठ अधिकारियों के संपर्क में हैं. सुरक्षा और कानून-व्यवस्था की समीक्षा की जा रही है.

धमाकों की टाइमिंग-
डीजीपी ने धमाकों की जानकारी देते हुए बताया कि धमाके किस-किस समय पर हुए थे. डीजीपी ने बताया कि पटना में चार जिंदा बम मिले और चारों में टाइ‍मर फिट किए गए थे.

पहला धमाका - पटना जंक्शन, समय 9.30 बजे
दूसरा धमाका - उद्योग भवन के पास, समय 11.40 बजे
तीसरा धमाका - रिजेंट सिनेमा के पास, 12.05 बजे
चौथा धमाका - गांधी मूर्ति, 12.10 बजे
पांचवां धमाका - ट्विन टावर्स के पास, 12.15 बजे
छठा धमाका - स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ऑफिस, 12.20 बजे
सातवां धमाका - चिल्ड्रन पार्क, 12.45 बजे

राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने की हमले की निंदा
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और पीएम मनमोहन सिंह ने इस घटना की निंदा की है. प्रधानमंत्री ने नीतीश कुमार से बात करके तेजी से जांच करने और दोषियों पर कार्रवाई करने के लिए कहा है. साथ ही उन्होंने केंद्र की ओर से हर संभव मदद देने का भरोसा भी दिया है. धमाकों के बाद महाराष्ट्र में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है. मोदी ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है. गृह मंत्रालय ने बिहार पुलिस से इस घटना की रिपोर्ट भी मांगी है.

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बम धमाकों पर राजनीति भी शुरू
बीजेपी ने विस्फोट की जांच कराने की मांग की है. बीजेपी उपाध्यक्ष मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, 'लोगों में गुस्सा है और वे कांग्रेस एवं उसके साथ खड़ा होने वाले अन्य दलों से मुक्ति चाहते हैं.’ उन्होंने कहा, ‘जांच करके यह पता लगाया जाना चाहिए कि इसके पीछे कौन है.’ जदयू नेता साबिर अली ने सवाल किया कि ऐसी घटनाएं जदयू के बीजेपी से अलग होने के बाद ही क्यों घट रही है.

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