scorecardresearch
 

पवन बंसल गए, अश्विनी कुमार का भी इस्‍तीफा

घंटे भर के अंतराल में केंद्र सरकार के दो बड़े मंत्री नप गए. पहले रेलमंत्री पवन बंसल ने इस्तीफा दिया फिर कानून मंत्री के भी इस्तीफे की खबर आ गयी. अब से कुछ ही देर पहले दोनो मंत्रियों का इस्तीफा हुआ है.

Advertisement
X
पवन कुमार बंसल
पवन कुमार बंसल

Advertisement

घंटे भर के अंतराल में केंद्र सरकार के दो बड़े मंत्री नप गए. पहले रेलमंत्री पवन बंसल ने इस्तीफा दिया फिर कानून मंत्री के भी इस्तीफे की खबर आ गयी. अब से कुछ ही देर पहले दोनो मंत्रियों का इस्तीफा हुआ है.

दोनो ही मंत्रियों ने प्रधानमंत्री आवास पहुंच कर अपना इस्तीफा सौंपा. घूसकांड के आरोपों में पवन बंसल की कुर्सी गयी जबकि कोलगेट में सीबीआई की जांच में दखल देने के आऱोप में कानून मंत्री अश्विनी कुमार भी नप गए.

पवन बंसल के घर बकरे की पूजा
रेल घूसकांड में फंसे पवन बंसल पर शनिवार से ही तलवार लटकने लगी थी जब घूसकांड में उनके भांजे का नाम आया था. सीबीआई जांच में कई ऐसे अहम सुराग मिले जो इशारा करते हैं कि इसमें पवन बंसल का भी बड़ा हाथ है.

Advertisement

पवन बंसल शुक्रवार को रेल मंत्रालय पहुंचे, जहां उन्होंने मंत्रालय के अधिकारियों के साथ मीटिंग की और माना जा रहा है उसके बाद उन्होंने अपना इस्तीफा भेज दिया. रेल मंत्रालय से निकलने के बाद वे मीडिया से बचते हुए नजर आए.

अपने इस्तीफे के सवाल पर तो पवन बंसल चुप रहे लेकिन इतना जरूर कहा, 'मैंने जो अपने बयान में कहा उससे ज्यादा कुछ नहीं कहना. जांच चल रही है.' माना जा रहा है कि श्रम मंत्री मल्लिकार्जुन खड़गे को रेल मंत्रालय सौंपा जा सकता है.

इस्‍तीफे पर किसने क्‍या कहा...
उधर, पवन बंसल के इस्‍तीफे की खबर पर बीजेपी ने बिना वक्‍त गंवाए सरकार पर निशाना साधा. पार्टी नेता प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि आवाम की मांग थी कि पवन बंसल इस्‍तीफा दें और यह दबाव काम भी आया. उन्‍होंने कहा, 'पवन बंसल के इस्‍तीफे की मांग सिर्फ बीजेपी नहीं कर रही थी, बल्कि यह जनता की मांग थी. उन्‍हें पहले ही इस्‍तीफा दे देना चाहिए था. साल 2009 में जनता ने यूपीए को लूट मचाने के लिए जनादेश नहीं दिया था.'

बीजपी नेता रविशंकर प्रसाद का कहना है कि सरकार को संसद की गरिमा की चिंता नहीं है. उन्‍होंने कहा, 'हम संसद सत्र के दौरान पवन बंसल के इस्‍तीफे की मांग करते रहे, लेकिन सरकार ने कोई ध्‍यान नहीं दिया. और अब ठीक 2 दिन बाद सरकार ने बंसल के इस्‍तीफे का फैसला ले लिया. इससे साफ है कि सरकार को सदन की गरिमा की चिंता नहीं है.'

Advertisement

गौरतलब है कि बीजेपी बार-बार बजट सत्र के दूसरे चरण में पवन बंसल के इस्‍तीफे की मांग रही थी, लेकिन सरकार ने साफ इनकार कर दिया था. संसद में इतना हंगामा हुआ कि कई महत्‍वपूर्ण बिल पास नहीं हो पाए.

सीपीआई नेता डी राजा ने कहा, 'लोकसभा की कार्यवाही स्‍थगित होने के दो दिन बाद ही पवन बंसल ने इस्‍तीफा दे दिया है. रेल मंत्रालय एक अहम मंत्रालय है और घूसकांड की सही से जांच होनी चाहिए.'

Advertisement
Advertisement