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आंध्र प्रदेश में BJP को मिला साथी, एक्टर पवन कल्याण की पार्टी से गठबंधन

अभिनेता से नेता बने जन सेना पार्टी (जेएसपी) के प्रमुख पवन कल्याण ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से गठबंधन करने का ऐलान किया है. दोनों ही दल स्थानीय निकाय और 2024 विधानसभा और आम चुनाव मिलकर लड़ेंगे.

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जन सेना पार्टी का बीजेपी से गठबंधन (फोटो-एएनआई)
जन सेना पार्टी का बीजेपी से गठबंधन (फोटो-एएनआई)

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  • जन सेना पार्टी का भारतीय जनता पार्टी से गठबंधन
  • दोनों दल स्थानीय निकाय चुनाव मिलकर लड़ेंगे

अभिनेता से नेता बने जन सेना पार्टी (जेएसपी) के प्रमुख पवन कल्याण ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से गठबंधन करने का ऐलान किया है. दोनों ही दल स्थानीय निकाय और 2024 विधानसभा और आम चुनाव मिलकर लड़ेंगे.

तेलुगु फिल्म अभिनेता और राजनेता पवन कल्याण ने कहा, 'मैं दिल्ली में बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं से मिला और उनकी हरी झंडी के बाद हमने सुनील देवधर और अन्य लोगों के साथ बैठक की. हमने राज्य और लोगों की बेहतरी के लिए बिना शर्त गठबंधन का फैसला किया है. गठबंधन जातिवादी, वंशवादी राजनीति के खिलाफ लड़ाई लड़ेगा और एक मजबूत विकल्प के रूप में उभरेगा.'

दोनों पार्टियों का गठबंधन ऐसे समय में हुआ है जब भारतीय जनता पार्टी भी आंध्र की राजनीति में सक्रिय रूप से प्रवेश करने की कोशिश में लगी है. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का हालिया कार्यक्रम भी आंध्र प्रदेश में ही आयोजित किया गया था. वहीं विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के एक सम्मेलन में भी राज्य को निशाना बनाते हुए उस पर कथित रूप से हिंदू विरोधी होने का आरोप लगाया गया.

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यह भी पढ़ें: अमरावती को राजधानी बनाए रखने के लिए प्रदर्शन तेज, विजयवाड़ा सांसद नजरबंद

गठबंधन के ऐलान से कुछ दिन पहले ही जन कल्याण पार्टी के प्रमुख पवन कल्याण दिल्ली गए थे. यहां उन्होंने बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा से दिल्ली स्थित उनके आवास पर मुलाकात की थी. इस दौरान नड्डा के अलावा बीजेपी महासचिव (संगठन) बीएल संतोष और पार्टी के युवा सांसद तेजस्वी सूर्य भी मौजूद रहे.

तीन राजधानियों के प्रस्ताव का विरोध

वहीं आंध्र प्रदेश में तीन राजधानियों के प्रस्ताव के भी पवन कल्याण खिलाफ हैं. इससे पहले कल्याण ने कहा था कि भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार को तीन राजधानियों के प्रस्ताव और अमरावती के किसानों के सामने आने वाली समस्याओं पर एक सर्वदलीय बैठक आयोजित करनी चाहिए. दरअसल, आंध्र प्रदेश सरकार की ओर से राजधानी को अमरावती से स्थानांतरित करने के प्रस्ताव का विरोध करते हुए अमरावती के किसानों ने बड़े पैमाने पर आंदोलन छेड़ा हुआ है. (आईएएनएस से इनपुट)

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