आईपीएल को लेकर शुरू महाभारत में शरद पवार मध्यस्थ की भूमिका निभा रहे हैं. सूत्रों से आ रही खबरों के मुताबिक शरद पवार ने बीती रात आईपीएल कमिश्नर ललित मोदी से बात की और उन्हें कमिश्नर पद से इस्तीफा देने की सलाह दी.
इस बातचीत के बाद पवार ने बीसीसीआई को इस बात का भी भरोसा दिया कि मोदी इस्तीफा दे देंगे. लेकिन उन्होंने बीसीसीआई से मोदी को कुछ समय देने को कहा है ताकि वो पूरे विवाद पर अपना पक्ष रख सकें.
इस बीच विजय माल्या ने भी शरद पवार से मुलाकात की है. माल्या मोदी के सपोर्ट में हैं और माना जा रहा है कि उन्हीं के लिए बात करने पवार के पास पहुंचे हैं.
आईपीएल विवाद से पैदा संकट को सुलझाने के लिए बीसीसीआई के आला अधिकारी लगातार माथापच्ची कर रहे हैं. मुंबई में बीती रात बोर्ड के शीर्ष अधिकारियों ने शरद पवार से मुलाकात की औऱ पूरे मसले पर चर्चा की.
{mospagebreak}खबर है कि ललित मोदी ने गवर्निंग काउंसिल की बैठक को लेकर कोर्ट ना जाने का फ़ैसला किया है. साथ ही उन्होंने बोर्ड से पांच दिन का वक़्त मांगा है, ताकि अपना पक्ष रख सकें. लेकिन बोर्ड अधिकारियों का कहना है कि मोदी मीडिया के जरिए अपनी बात कह रहे हैं, औपचारिक तौर पर उन्होंने बोर्ड से मिलने का वक्त नहीं मांगा है.
माना जाता है कि पवार अब भी मोदी के साथ कंप्रोमाइज फॉर्मूले की वकालत कर रहे हैं लेकिन शशांक मनोहर औऱ श्रीनिवासन मोदी के खिलाफ सख्त कार्रवाई के रुख पर अड़े हुए हैं. बोर्ड और आईपीएल कमिश्नर ललित मोदी के बीच गहराते संकट के बीच शरद पवार बीती रात मुंबई पहुंचे.
पवार ने पार्टी नेता और कैबिनेट में अपने सहयोगी प्रफुल्ल पटेल का बचाव किया है. उनका कहना है कि पटेल का आईपीएल से कोई लेना देना नहीं. प्रफुल्ल पटेल की बेटी पूर्णा से जुड़े विवाद पर पवार का कहना था कि एयर इंडिया ने जब सफाई दे दिया है तो इस मामले को बेवजह तूल दिया जा रहा है. पवार आज रत्नागिरी में एक रैली को भी संबोधित करने वाले हैं. आईपीएल विवाद शुरू होने के बाद ये पहला मौका है जबकि पवार किसी रैली में शिरकत करेंगे.