भ्रष्टाचार निरोधी ब्यूरो (ACB) द्वारा एनसीपी नेता छगन भुजबल के खिलाफ की जा रही जांच पर चुप्पी तोड़ते हुए पार्टी प्रमुख शरद पवार ने पूर्व उपमुख्यमंत्री का बचाव किया है. शरद पवार ने कहा कि जांचकर्ताओं की दिलचस्पी निष्पक्ष जांच करने की बजाए प्रचार में ज्यादा है.
शरद पवार ने संवाददाताओं से कहा, ‘निष्पक्ष जांच करने की बजाए जांचकर्ता मीडिया में सूचनाएं लीक करने में ज्यादा दिलचस्पी ले रहे हैं. यह आश्चर्यजनक है. मैंने गृह मंत्रालय का कामकाज देखा है और यह जांच का तरीका नहीं है.’
पवार ने कहा कि एसीबी के अधिकारी छगन भुजबल की संपत्ति का आंकलन बढ़ा-चढ़ाकर मीडिया को बता रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘भुजबल हमारे सहकर्मी हैं और हम जांच में दखलंदाजी किए बगैर उनके साथ खड़े रहेंगे. हम उनकी हर तरह से सहायता करेंगे.’
दिलचस्प बात यह है कि मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़नवीस के पास गृह मंत्रालय का प्रभार है और उनकी सरकार ने ही नई दिल्ली में महाराष्ट्र सदन के निर्माण में अनियमितताओं को लेकर भुजबल के खिलाफ जांच की मंजूरी एसीबी को दी है.
भुजबल ने गुरुवार को पवार से भेंट कर उन्हें बताया कि कैसे उनके आवासों और कार्यालय परिसरों पर छापे मारे जा रहे हैं और वे ‘पक्षपातपूर्ण व अन्यायपूर्ण’ हैं. इसके बाद पवार ने उनका बचाव किया. पवार ने कहा, 'उन्हें लगा कि भुजबल के बचाव में कुछ दम है.'
ED ने सिंगापुर की कंपनी के 4 कर्मचारियों को किया तलब
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सिंगापुर की उस कंपनी के चार कर्मचारियों को तलब किया, जिसमें छगन भुजबल की एक फर्म ने निवेश किया था. बुधवार को ही एजेंसी ने एनसीपी नेता के खिलाफ धनशोधन रोकथाम कानून के तहत दो मामले दर्ज किए थे.
इस बीच, RBI ने ईडी को पत्र लिखकर कहा कि महाराष्ट्र के पूर्व पीडब्ल्यूडी मंत्री ने सिंगापुर के एक खाते में 50 लाख डॉलर (करीब 30 करोड़ रुपये) ट्रांसफर किए.