अरुणाचल प्रदेश में पेमा खांडू ने रविवार सुबह मुख्यमंत्री पद की शपथ ली.
उनके साथ ही चावना मेन ने उप मुख्यमंत्री पद के लिए गोपनीयता की शपथ ली. बताया गया है कि इनके कैबिनेट में 12 सदस्य होंगे. नए मंत्रियों का शपथ ग्रहण बाद में होगा.
अरुणाचल प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष पडी रिचो ने पहले बताया था कि रविवार को पेमा खांडू अकेले शपथ ग्रहण करेंगे. उनका कैबिनेट बाद में शपथ लेगा. उन्होंने बताया कि सभी सीनियर नेता, अधिकारी, विधायक और विपक्ष के सदस्य समारोह में मौजूद रहेंगे.
शनिवार को नहीं हुआ था फ्लोर टेस्ट
इससे पहले शनिवार को फ्लोर टेस्ट नहीं हो सका. क्योंकि मुख्यमंत्री नबाम तुकी ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया था. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद तुकी को दोपहर 1 बजे विधानसभा में बहुमत साबित करना था. उनके इस्तीफे के बाद पेमा खांडू कांग्रेस विधायक दल के नए नेता चुने गए. खांडू को 44 विधायकों ने समर्थन दिया है.
इस्तीफा देते हुए नबाम तुकी ने कहा कि अब राज्य को युवा नेतृत्व की जरूरत है. इसके पहले उन्होंने सुबह 9 बजे विधायक दल की बैठक बुलाई. जिसमें कांग्रेस विधायक दल का नया नेता चुना गया. विधानसभा में फ्लोर टेस्ट को लेकर पूरे शहर में धारा 144 लागू कर दी गई थी. कांग्रेस के 20 बागी विधायकों ने संकेत दिए थे कि पार्टी अगर नेतृत्व बदलती है, तो वो पार्टी में वापस लौट सकते हैं.
कार्यकारी राज्यपाल ने मंजूर किया तुकी का इस्तीफा
इस्तीफा देने के बाद नबाम तुकी विधायक दल के नए नेता पेमा खांडू के साथ कार्यकारी राज्यपाल तथागत रॉय से मिलने राजभवन पहुंचे. राज्यपाल के साथ दोनों की कुछ देर तक बातचीत हुई. इसके बाद कार्यकारी राज्यपाल तथागत रॉय ने नबाम तुकी का इस्तीफा मंजूर कर लिया.
#ArunachalPradesh Governor accepts the resignation of Nabam Tuki pic.twitter.com/AsrMrkyMar
— ANI (@ANI_news) July 16, 2016
स्पीकर के खिलाफ लाया जा सकता है अविश्वास प्रस्ताव
बीजेपी सूत्रों की मानें, फ्लोर टेस्ट के दौरान स्पीकर रेबिया के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जा सकता है. कोर्ट के फैसले के मुताबिक, यदि बीजेपी और पुल रेबिया के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाती है, तो उन्हें खुद का भी वोट साबित करना होगा.
राज्यपाल ने और वक्त देने से कर दिया था इनकार
इससे पहले नबाम तुकी ने राज्यपाल से बहुमत साबित करने के लिए 10 दिन का समय मांगा था, लेकिन शुक्रवार को राज्यपाल तथागत राय ने तुकी को शनिवार को ही बहुमत साबित करने के लिए कहा है. वहीं अब अगले कदम के लिए कांग्रेस कानूनी सलाह भी ले रही है.
जोड़तोड़ में जुटी हैं पार्टियां
इस बीच बीजेपी ने पूछा कि आखिर तुकी और समय क्यों मांग रहे हैं? नवाम तुकी और विधानसभा स्पीकर ने भी कहा कि शनिवार को विधानसभा का सत्र बुलाने में कई दिक्कतें हैं. लेकिन राज्यपाल को ये दलीलें रास नहीं आईं. 60 सदस्यों वाली अरुणाचल विधानसभा में कांग्रेस के 15 विधायक हैं जबकि कलिखो पुल अपने समर्थन में 43 विधायकों का दावा करते हैं, बाकी दो सीट खाली हैं. अब नजरें इस बात पर टिकी है कि स्पीकर क्या करते हैं.
बीजेपी भी सरकार बनाने की तैयारी में
बीजेपी ने भी प्रदेश में अपनी पूरी ताकत लगा रखी है. अरुणाचल में सुप्रीम कोर्ट के आदेश से बनी सरकार को विधानसभा के फ्लोर पर पटखनी देकर एक फिर से कलिखो पुल के नेतृव में एनडीए की सरकार बना कर पीएम मोदी के कांग्रेस मुक्त भारत के सपने को साकार करने की दिशा में जल्दी से एक कदम और आगे बढ़ा जाए.