मोदी सरकार की सालगिरह पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मोदी को खुला पत्र लिखा है. इस पत्र में नीतीश कुमार ने कहा कि केंद्र में सेल्फी सरकार काम कर रही है, जबकि देश की जनता ने सेल्फलेस सरकार को वोट दिया था.
नीतीश कुमार ने कहा कि केंद्र सरकार के एक साल पूरे होने पर पानी की तरह पैसे बहाए जा रहे हैं, वहीं कर्ज के बोझ और मौसम की मार से किसान खुदकुशी करने को मजबूर हैं.
एक टीवी चैनल पर मोदी सरकार के 365 दिन पूरे होने पर अपनी प्रतिक्रिया में नीतीश ने कहा, 'सरकार चलाने वालों का मन सेल्फी लेने में लगता है. लोगों ने वोट दिया था सेल्फलेस नेतृत्व के लिए और उन्हें मिला सेल्फी नेतृत्व.'
उन्होंने कहा, 'इस एक वर्ष में प्रधानमंत्री मोदी की इतनी तस्वीरें हो चुकी हैं, जितनी संभवत: अब तक के सारे प्रधानमंत्रियों की मिलाकर नहीं हुई होंगी. उनके पास इतनी सेल्फी हैं, जितनी उनके मंत्रिमंडल के अन्य सदस्यों की मिलाकर नहीं होंगी. क्या इसी एजेंडे के लिए लोगों ने वोट दिए थे? भारत में किसी और सरकार ने मात्र एक साल में इस तरह भरोसा नहीं खोया .'
नीतीश ने कहा कि लोग काले धन, किसानों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य, बिहार के लिए विशेष मदद और विशेष श्रेणी और युवाओं को रोजगार जैसे मुद्दों पर प्रधानमंत्री के वादों वाला ऑडियो टेप सुनते हैं तो हैरान हो जाते हैं. नीतीश कुमार ने देश में कृषि संकट के कारण आत्महत्या करने वाले किसानों के प्रति दुख जताते हुए कहा कि ऐसे समय में जब खराब मौसम से बर्बाद हुई फसल के कारण लाखों किसान कंगाल हो गए हैं, वर्तमान केंद्र सरकार अपने एक साल के प्रचार पर सैकड़ों करोड़ रूपये खर्च करने जा रही है.
बिहार में सत्ताधारी पार्टी जेडीयू ने एनडीए सरकार के एक साल पूरे होने पर बीजेपी और उसके घटक दलों द्वारा गिनाई जा रहीं उपलब्धियों को मिथ्या प्रचार बताया. उन्होंने बुधवार को दावा किया कि इस सरकार के पिछले एक साल के क्रियाकलाप पर अगर नजर डालें तो जनता को सिर्फ निराशा हाथ लगी और सरकार से उसका मोहभंग हुआ है.
- इनपुट भाषा