रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने शुक्रवार को लोकसभा में कहा कि उनकी सरकार वायुसेना में महिलाओं को फाइटर श्रेणी में स्थाई कमीशन को लेकर एक साल के भीतर निर्णय लेगी. लड़ाकू पायलट के रूप में महिलाओं की ट्रेनिंग से जुड़े सवालों का जवाब देते उन्होंने यह भी आशा जताई कि आने वाले समय में महिलाएं फायटर पायलट की भूमिका में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगी.
'अभी प्रायोगिक तौर पर भर्ती'
पर्रिकर ने कहा कि तीन महिला ट्रेनी पायलटों को फाइटर पायलट श्रेणी में 'स्टेज-2' ट्रेनिंग के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया है. वह इस साल जून-जुलाई तक वायुसेना में शामिल होने के लिए तैयार हो जाएंगी. रक्षा मंत्री ने आगे कहा कि अभी इन महिला प्रत्याशियों को प्रायोगिक तौर पर लघु सेवा के लिए शामिल किया गया है, ताकि इस ओर सामने आने वाली समस्याओं और परेशानियों का निपटारा किया जा सके. जिसके बाद इन्हें स्थाई कर दिया जाएगा.
बीजेपी के अर्जुन मेघवाल ने कहा कि हो सकता है महिलाएं फाइटर जेट उड़ाने से डरती हों? इस पर जवाब देते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि एक समय आएगा जब वायुसेना में पुरुषों की तुलना में महिला फाइटर पायलटों की संख्या ज्यादा होगी. वायुसेना में पायलटों की संख्या में कमी का जवाब देते हुए पर्रिकर ने कहा, '2010 में फ्लाइंग ब्रांच में 550 पायलटों की कमी थी, जो फरवरी 2016 में घटकर 164 है.'