पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने पुलवामा हमले की निंदा करते हुए कहा कि ये हमला बेहद अमानवीय था. इंडिया टुडे से खास बातचीत में मुशर्रफ ने पुलवामा हमले की निंदा तो की, लेकिन उन्होंने धमकी भरे अंदाज में कहा कि अगर पाकिस्तान पर हमला किया गया तो ये मोदी की जिंदगी की सबसे बड़ी भूल होगी. मुशर्रफ ने कहा कि पाकिस्तान को धमकी देना बंद कीजिए. आप हमें सबक नहीं सिखा सकते.
हमला पाक सरकार ने नहीं कराया
इंडिया टुडे ग्रुप के न्यूज डायरेक्टर राहुल कंवल और एग्जीक्यूटिव एडिटर अंजना ओम कश्यप से बातचीत में परवेज मुशर्रफ ने पाकिस्तानी सरकार का समर्थन करते हुए कहा कि पुलवामा हमले में जैश का हाथ हो सकता है, लेकिन इसमें इमरान सरकार की किसी तरह की भूमिका नहीं थी. इसलिए पाकिस्तान को दोष देना बंद करें. मेरी जैश के प्रति कोई संवेदना नहीं है. उस पर पाकिस्तान में प्रतिबंध लगा देना चाहिए. जैश-ए-मोहम्मद ने मुझ पर भी हमला करने की कोशिश की थी.
टीवी चैनलों में पाकिस्तान को गालियां दी जा रहीं
मुशर्रफ ने कहा कि हमले के बाद से भारत में जिस तरह का माहौल है, वे बेहद उकसाने वाला है. वहां के टीवी चैनलों की डिबेट में पाकिस्तान को जिस तरह से गालियां दी जा रही हैं, वे ठीक नहीं है. भारतीय चैनलों पर इस समय सभी पाकिस्तान को गालियां दे रहे हैं. हमले के अगले दिन से ही सभी पाकिस्तान को दोषी ठहरा रहे हैं. टीवी चैनलों के डिबेट में पाकिस्तान के लिए अपशब्दों का प्रयोग किया जा रहा है.
पीएम मोदी से ज्यादा मेरे दिल में आग
हमले के बाद पीएम मोदी के बयान पर मुशर्रफ ने कहा कि अगर पाकिस्तान पर हमला किया गया तो यह मोदी की जिंदगी की सबसे बड़ी भूल होगी. मुशर्रफ ने कहा कि पीएम मोदी कहते हैं कि मेरे दिल में आग है. मैं कहता हूं कि जब वहां कश्मीरी मारे जाते हैं तो मेरे दिल में ज्यादा आग लगती है, कश्मीरी बच्चों की आंखों में गोलियां लगती हैं, तो मेरी आंखों में आंसू आते हैं.
कश्मीर में आतंकी नहीं, मुजाहिदीन लड़ रहे
मुशर्रफ ने कहा कि कश्मीर में जो लड़ रहे, हम उन्हें मुजाहिदीन कहते हैं, टेररिस्ट नहीं. मेरी नजर में वो कश्मीर में जो कुछ भी कर रहे हैं, वो कश्मीर के दुश्मनों के साथ कर रहे हैं और वो दुश्मन आप और आपकी फौज है. वे मुजाहिदीन हैं. वहां निहत्थे बच्चों-औरतों और पत्थर फेंकने वाले बच्चों पर आधुनिक हथियारों से वार किया जा रहा.
पुलवामा हमले में मारे गए लोगों के परिवार के प्रति सहानुभूति
मुशर्रफ ने कहा कि मैं पुलवामा में मारे गए जवानों के प्रति पूरी संवेदना जताता हूं. उनके परिवार के प्रति मेरी पूरी सहानुभूति है. मैंने 1971 की लड़ाई में अपना सबसे अच्छा दोस्त खोया है. मैं जानता हूं कि अपनों को खोने का गम क्या होता है.