करगिल युद्ध के समय आर्मी चीफ और पाक के पूर्व राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ ने एक नई करगिल कथा सुनाई है. मुशर्रफ ने कहा है कि करगिल युद्ध में भारत नहीं जीता था बल्कि एक राजनीतिक फैसले के तहत पाकिस्तान ने ही वहां से अपनी सेना वापस बुला ली थी.
इंडिया टुडे ग्रुप के न्यूज डायरेक्टर राहुल कंवल और अंजना ओम कश्यप से बातचीत में मुशर्रफ ने कहा कि जो लोग करगिल में भारत की जीत के दावे करते हैं, वो उसका सच नहीं जानते. मुशर्रफ ने दावा करते हुए कहा कि हम करगिल में पांच जगहों पर काबिज थे, जिनमें से चार जगहों पर भारतीय सेना हमें छू भी नहीं पाई थी. केवल एक जगह पर लड़ाई चल रही थी. हालांकि बाद में पाकिस्तान ने एक राजनीतिक फैसला लिया और पांचों जगहों से अपने सैनिक वापस बुला लिए.
मुशर्रफ ने ये दावा तब किया जब उन्हें बांग्लादेश युद्ध की याद दिलाई गई. उन्होंने कहा कि अगर भारत बांग्लादेश युद्ध को दोहराने की बात करता है तो उसे करगिल की जंग भी नहीं भूलना चाहिए. हम करगिल दोहरा सकते हैं.
गौरतलब है कि मई-जुलाई 1999 में पाक सेना ने भारतीय सीमा में घुसकर करगिल की पहाड़ियों पर कब्जा कर लिया था. भारत ने ऑपरेशन विजय चलाकर पाक सेना से उन्हें खाली कराया. करगिल युद्ध के बाद पाक में राजनैतिक और आर्थिक अस्थिरता ऐसी बढ़ी कि नवाज शरीफ की सरकार का तख्ता पलट कर परवेज मुशर्रफ सैनिक शासक बन गए.
करगिल युद्ध के समय आर्मी चीफ और पाक के पूर्व राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ ने कहा है कि करगिल युद्ध में भारत नहीं जीता था बल्कि एक राजनीतिक फैसले के तहत पाकिस्तान ने ही वहां से अपनी सेना वापस बुला ली थी.