पेट्रोल-डीजल के दामों में हुई बढ़ोतरी ने लोगों का सुकून छीन लिया है. नए वित्त वर्ष की शुरुआत आम आदमी के लिए महंगाई के नए झटके के साथ हुई है. नया आर्थिक साल के पहले ही दिन यानी 1 अप्रैल को पेट्रोल-डीजल के दामों में रिकॉर्ड उछाल ने आम आदमी पर महंगाई की दोहरी मार डाल दी. पेट्रोल की कीमतें चार साल में अपने सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गई जबकि डीजल ने जेब पर अब तक का सबसे बड़ा डाका डाल दिया.
पेट्रोल के अलावा डीजल के दाम अब तक के अपने रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गए. पेट्रोल और डीजल दोनों के दामों में 18 पैसे प्रति लीटर का इजाफा हो गया.
कहां कितना है दाम?
# दिल्ली में अब एक लीटर पेट्रोल की कीमत 73 रुपए 73 पैसे है. जबकि एक लीटर डीजल 64 रुपए 58 पैसे प्रति लीटर
# नोएडा में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 75 रुपए 16 पैसे जबकि डीजल की कीमत 64 रुपए 83 पैसे हो गई है.
# गाजियाबाद में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 75 रुपए 5 पैसे जबकि एक लीटर डीजल अब 64 रुपए 72 पैसे में मिलेगा.
# मुंबई में एक लीटर पेट्रोल के नए दाम 81 रुपए 59 पैसे होंगे जबकि डीजल 68 रुपए 77 पैसे प्रति लीटर होगा
# कोलकाता में एक लीटर पेट्रोल 76 रुपए 44 पैसे प्रति लीटर हो गया जबकि डीजल के दाम 67 रुपए 27 पैसे प्रति लीटर तक जा पहुंचे.
# इसके साथ ही चेन्नई में 76 रुपए 48 पैसे एक लीटर पेट्रोल की कीमत हुई जबकि डीजल 68 रुपए 12 पैसे प्रति लीटर हो गया.
वित्त मंत्री ने नहीं मानी थी मांग!
आपको बता दें कि इस साल की शुरुआत में ही पेट्रोलियम मंत्रालय ने पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी में कटौती की मांग की थी ताकि इंटरनेशनल मार्केट में तेल की बढ़ती कीमतों के असर से लोगों को राहत दी जा सके. लेकिन वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 1 फरवरी को अपने बजट में इस डिमांड पर कोई ध्यान नहीं दिया, नतीजा ये हुआ कि साउथ एशियाई देशों में भारत में पेट्रोल-डीजल के दाम रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गए.
पेट्रोल-डीजल की कीमतों में उछाल क्यों?
जानकारों के मुताबिक, जून 2017 के बाद से कच्चे तेल की कीमतें अंतरराष्ट्रीय बाजार में 50 फीसदी से ज्यादा बढ़ चुकी हैं. इंडियन बास्केट में कच्चा तेल 10 महीनों के भीतर 58 फीसदी महंगा हो चुका है. महंगे कच्चे तेल का असर पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर भी दिख रहा है और पेट्रोल-डीजल बढ़ोतरी का रिकॉर्ड बना रहे हैं.
पेट्रोल-डीजल के दाम तो नई रफ्तार पकड़ ही रहे हैं, सीएनजी और पीएनजी ने भी आम आदमी का बजट बिगाड़ दिया है. गैस कंपनियों ने सीएनजी के दामों में 90 पैसे से लेकर एक रुपए प्रति किलोग्राम का इजाफा किया है जबकि पीएनजी की कीमतों में 1 रुपए 15 पैसे प्रति SCM की बढ़ोतरी हुई है.
कर्नाटक के साथ-साथ इस साल छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान में चुनाव होना है. इसके साथ ही अगले साल आम चुनाव भी होने हैं. जाहिर है मंहगाई एक बड़ा मुद्दा बनने वाला है और विपक्ष इस मुद्दे को लपकने को बेताब है.