पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री मुरली देवडा ने पेट्रोल, डीजल, रसोईगैस और मिट्टी तेल की मूल्यवृद्धि को वापस लेने से यह कहते हुये इंकार किया है कि वृद्धि कम से कम की गई है और पूरी तरह तर्कसंकत है.
देवडा ने कहा, ‘‘वृद्धि तर्कसंगत और न्यूनतम है.’’ सरकार ने पिछले महीने ही पेट्रोल में 3.50 और डीजल के दाम में दो रुपये लीटर की वृद्धि की है, रसोई गैस के दाम 35 रुपये प्रति सिलेंडर और मिट्टी तेल में तीन रुपये लीटर की वृद्धि की गई.
देवडा ने यह भी कहा कि सरकार संसद के मानसून सत्र में विपक्ष को इसकी अनिवार्यता के बारे में संतुष्ट करने की कोशिश करेगी. संसद के आगामी मानूसन सत्र में विपक्ष महंगाई और पेट्रोलियम पदार्थों की मूल्य वृद्धि पर सरकार को घेरने का पूरा प्रयास करेगा.
पेट्रोलियम पदार्थों के दाम कम करने में राज्यों की भूमिका के बारे में पूछे जाने पर देवडा ने कहा कि राज्य इसमें अहम् भूमिका निभा सकते हैं. उन्होंने दिल्ली सरकार का उदाहरण देते हुये कहा कि दिल्ली सरकार ने डीजल पर मूल्य वर्धित कर (वैट) कम करके डीजल के दाम में जनता को राहत दी है.
देवडा ने यह भी संकेत दिया कि पेट्रोल, डीजल को सरकारी शिकंजे से मुक्त कर दिये जाने के बावजूद सरकार कंपनियों को तेल मूल्यों में अनाप शनाप वृद्धि की इजाजत नहीं देगी.