दिल्ली की एक अदालत ने शुक्रवार को पेट्रोलियम मंत्रालय के दस्तावेज व्यापारिक घरानों को लीक करने के आरोप में गिरफ्तार सभी सातों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया.
सभी आरोपियों को पटियाला हाउस अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया. आरोपी शांतनु सैकिया कई साल तक आपराधिक घटनाओं की रिपोर्टिंग कर चुके हैं और फिलहाल वह एक वेब पोर्टल चलाते हैं. उन्हें पेट्रोलियम मंत्रालय का गोपनीय दस्तावेज औद्योगिक घरानों को उपलब्ध कराने के आरोप में शुक्रवार सुबह गिरफ्तार किया गया. अदालत ने उन्हें 23 फरवरी तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया.
अदालत ने इसके साथ ही प्रयास जैन, राकेश कुमार (30), लालता प्रसाद (36) को 23 फरवरी तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया. मेलबर्न स्थित एक ऊर्जा कंपनी में कार्यरत प्रयास जैन को भी पुलिस ने शुक्रवार को इस मामले में गिरफ्तार किया.
अदालत ने इसके साथ ही गाजियाबाद निवासी राजकुमार चौबे (39), सरकारी कर्मचारी आसाराम (58) और ईश्वर सिंह (56) को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. सभी आरोपियों पर भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत चोरी, धोखाधड़ी, अनधिकार प्रवेश और आपराधिक साजिश के तहत मामले दर्ज किए गए हैं.
दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने कथित तौर पर पेट्रोलियम मंत्रालय के दस्तावेज व्यापारिक घरानों को लीक करने के आरोप में इन सातों आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक आरोपियों में दो पेट्रोलियम मंत्रालय के कर्मचारी हैं.
सूत्रों ने कहा कि पैसों के लिए एक क्लर्क और चपरासी ने मंत्रालय के गुप्त दस्तावेजों को लीक किया. क्राइम ब्रांच के अधिकारी गिरफ्तार लोगों से पूछताछ कर रहे हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि किन कंपनियों को उन्होंने दस्तावेज लीक किए थे.
---इनपुट: IANS