रूड़की में विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) की सभा से 55 मीटर दूर हुए बम धमाके में कई अहम खुलासे हुए हैं. आज तक को मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक, इस धमाके के तार मोदी की पटना रैली में हुए धमाके से जुड़ते नजर आ रहे हैं. खुफिया एजेंसी के मुताबिक, इसमें बिजनौर से भागे सिमी आतंकियों का हाथ हो सकता है. सूत्रों के मुताबिक, संभव है कि रूड़की धमाके का मकसद 6 दिसंबर यानी बाबरी की बरसी पर माहौल बिगाड़ने का रहा होगा. पुलिस फिलहाल कई संदिग्धों से पूछताछ कर रही है.
रूड़की की एसएसपी प्रीति अग्रवाल ने 'आज तक' को फोन पर एक्सक्लूसिव जानकारी दी है. उन्होंने बताया, 'बम पोटेशियम क्लोराइड से बनाया गया था और इसे जीआई पाइप में रखा गया था. पटना में मोदी की रैली और चेन्नई ट्रेन धमाके में भी इसी तरह के बम का इस्तेमाल किया गया.'
गौरतलब है कि शनिवार को हरिद्वार जिले के रूड़की में हुए बम धमाके में एक स्कूली छात्र की मौत हो गई. छात्र ने कचरे के ढेर से कोई चीज उठाई थी और बाद में उसी में विस्फोट हो गया. मौके पर फटा बम छात्र तुषार की गर्दन से घुसकर सिर के रास्ते बाहर निकला था. इसके बाद इस विस्फोटक ने ऊपर से जा रहे बिजली के एल्युमीनियम के मोटे केबल को भी उधेड़ दिया था. यह बम रॉकेट की तरह मार करता है. अनुमान लगाया जा रहा है कि रॉकेट की मारक क्षमता के चलते ही आरोपियों ने इसे मंच की दिशा की तरफ सैट किया होगा. लेकिन मंच तक जाने से पहले ही यह बम हलचल या छूने से फट गया. पुलिस और जांच एजेंसियां इस बिंदु पर जांच कर रही हैं. दिल्ली से आई एनआईए और यूपी एटीएस की टीम हर एंगल की जांच करने में जुटी है.