आज लोकसभा की कार्यवाही के दौरान दो मौके ऐसे आए जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी असहज स्थिति में फंस गए.
दरअसल, आज लोकसभा के स्पीकर का चुनाव होना था. मोदी को पहली असहज स्थिति का सामना सुमित्रा महाजन के नाम के प्रस्ताव के दौरान करना पड़ा. लोकसभा स्पीकर का चुनाव हो रहा था. 17 प्रस्ताव थे सुमित्रा महाजन के पक्ष
में. 15वें नंबर का प्रस्ताव पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा को करना था
और अनुमोदन अनंत कुमार को करना था. देवेगौड़ा ने प्रस्ताव किया लेकिन
अनुमोदन के लिए अनंत कुमार उस वक्त लोकसभा में थे ही नहीं. सदानंद गौड़ा ने
इस पर कहा कि मैं समर्थन कर देता हूं. प्रोटेम स्पीकर कमलनाथ ने इससे
इनकार कर दिया और प्रस्ताव खारिज कर दिया गया.
इसके बाद, पीएम नरेंद्र मोदी लोकसभा में कैबिनेट का परिचय करवा रहे थे. नए मंत्रियों के परिचय की परंपरा होती है, मोदी ने ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल का नाम लिया और उनका प्रभार पढ़ते गए. जब मोदी ने पढ़ लिया तब विपक्ष से आवाज आई कि पीयूष गोयल तो यहां है ही नहीं. दरअसल गोयल उस वक्त सदन में नहीं थे. विपक्ष की तरफ से दो चार आवाज आई, है ही नहीं. पांच सेकंड तक मोदी ने पीछे घूरकर देखा. और बोले, ठीक है फिर मैं बाद में परिचय करवा दूंगा.