जल्द ही रेल यात्रा के दौरान टीटीई को आईडी दिखाने की मुसीबत से निजात मिल जाएगी. भारतीय रेलवे ने टिकट प्रणाली में बड़े बदलाव की तैयारी की है. यात्री टिकट को बारकोडयुक्त बनाने का प्लान तैयार है. ऐसे होने के बाद टिकटों की जांच मशीन से होगी. यह खबर एक अंग्रेजी अखबार ने दी है.
अखबार के मुताबिक बारकोडयुक्त टिकट की पूरी जानकारी सेंट्रल सर्वर में उपलब्ध होगी. जैसे ही मशीन से टिकट की जांच होगी, पूरा विवरण सेंट्रल सर्वर के पास चला जाएगा. टिकट सही है या नहीं, कोई जुर्माना लगेगा या नहीं, इनका ब्योरा सीधे सेंट्रल सर्वर में पहुंच जाएगा. इस व्यवस्था का मकसद टीटीई की धांधली पर रोक लगाना भी है. दावा किया जा रहा है कि इससे समय की भी बचत होगी.
रेलवे इस व्यवस्था के जरिए हो रहे आर्थिक नुकसान पर भी नकेल कसना चाहता है. दरअसल यात्रा के दौरान टिकट में कमी पाए जाने पर जुर्माना वसूला जाता है. लेकिन टीटीआई कई बार ऐसा नहीं करते. रेलवे इसी नुकसान से निपटना चाहता है.
रेलवे बोर्ड के प्रवक्ता अनिल कुमार सक्सेना ने कहा, 'रेलवे बारकोडयुक्त टिकट शुरू करने की योजना पर विचार कर रही है. कई कंपनियों से टेंडर भी मांगे गए हैं. ट्रेन में टिकट चेकिंग जल्दी ही मशीन से हो सकेगी.'
इस संबंध में कई कंपनियों ने प्रजेंटेशन भी दिए हैं. रेलवे बोर्ड को मेट्रो स्टेशन की तरह अंदर आने और बाहर जाने के लिए मशीन लगवाने का सुझाव दिया गया है. जिसके पास बारकोडयुक्त टिकट होगा वही इसके इन गेटों का इस्तेमाल कर पाएगा. रेलवे जल्द ही ऐसे मशीनों का ट्रायल करने वाला है. प्रयोग सफल रहा है तो देश के 25 स्टेशनों पर यह व्यवस्था शुरू हो जाएगी.