प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने छत्तीसगढ़ में कांग्रेस नेताओं पर हुए नक्सली हमले की कड़ी निंदा की है.
नक्सली हमले के तुरंत बाद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने राज्य के मुख्यमंत्री रमन सिंह से बात की. प्रधानमंत्री ने उनसे पूछा कि क्या राज्य को किसी केंद्रीय सहायता की जरूरत है?
प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है, ‘प्रधानमंत्री छत्तीसगढ़ में कांग्रेस नेताओं पर हमले को कायराना और अलोकतांत्रिक करार देते हुए उसकी निंदा करते हैं.’ छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह के साथ टेलीफोन पर बातचीत में सिंह ने बचाव एवं राहत कार्य के लिए राज्य को सभी तरह की मदद की पेशकश की.
इस बीच, यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी ने नक्सली हमले की निंदा करते हुए इसे लोकतांत्रिक मूल्यों पर हमला बताया. सोनिया गांधी ने नक्सलियों द्वारा छत्तीसगढ़ में कांग्रेस नेताओं पर किए गए कायराना हमले पर गहरा दुख और रोष जताया. एक बयान में सोनिया गांधी ने कहा, ‘यह लोकतांत्रिक मूल्यों पर हमला है, जिसकी आलोचना न सिर्फ राजनीतिक दलों बल्कि पूरे समाज को करनी चाहिए.’
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने भी अपने साथी पार्टी नेताओं पर नक्सली हमले की कड़ी निंदा की और कहा कि राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने के अलावा अब कोई और विकल्प नहीं है.
जोगी ने संवाददाताओं से कहा, ‘यह एक बहुत बड़ी दुखद स्थिति है. मैं प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से अनुरोध करता हूं कि कोई इलाज नहीं बचा है, अब राष्ट्रपति शासन जरूर लगाया जाए. हमें नक्सलियों से सीधी टक्कर लेनी चाहिए.’ उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री रमन सिंह की वर्तमान विकास यात्रा में 2000-3000 पुलिसकर्मी तैनात किए गए, जबकि राज्य में परिवर्तन यात्रा निकाल रहे कांग्रेस नेताओं को उनके निजी सुरक्षा अधिकारी को छोड़कर अन्य कोई सुरक्षा नहीं दी गई.