प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोग़ान ने सोमवार को एक बिजनेस समिट को संबोधित किया. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि भारत और तुर्की एक अहम साझेदार हैं, मोदी ने कहा कि राजनीतिक रिश्तों में मजबूती के साथ ही अब समय है कि हम अपने आर्थिक रिश्तों को भी मजबूत करें. पीएम ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया में सबसे तेज़ गति से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था है. आपको बता दें कि तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोग़ान रविवार को भारत पहुंचे हैं.
बिजनेस समिट के दौरान पीएम ने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि हम 2022 तक भारत में सभी को घर मुहैया कराएं. इसके साथ ही हम देश के लगभग 50 शहरों में मेट्रो की उपलब्धता सुनिश्चित करना चाहते हैं. इस दौरान मोदी ने तुर्की के कारिबारियों को भारत में निवेश करने का आह्वान किया.
एर्दोगान सोमवार तक भारत दौरे पर रहेंगे. 16 अप्रैल को तुर्की में हुए जनमत संग्रह में जीत हासिल करने के बाद एर्दोगान ने अपना कूटनीतिक दायरा बढ़ाना शुरू किया है, जिसके तहत वह भारत दौरे पर आए हैं.
कश्मीर मुद्दे पर बहुपक्षीय वार्ता का सुझाव
आपको बता दें कि तुर्की के राष्ट्रपति ने रविवार को कश्मीर मुद्दे के समाधान के लिए बहुपक्षीय वार्ता का सुझाव दिया ताकि क्षेत्र में शांति सुनिश्चित हो सके. एर्दोगान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बातचीत से पहले परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह में सदस्यता के लिए पाकिस्तान के साथ भारत के प्रयास के पक्ष में भी राय जाहिर की और कहा कि भारत को इस पर आपत्ति नहीं होनी चाहिए. एर्दोगान ने कहा था कि भारत और पाकिस्तान दोनों ही तुर्की के मित्र हैं और वह कश्मीर मुद्दे के समाधान के लिए सभी पक्षों के बीच बातचीत की प्रक्रिया को मजबूत करने में मदद करना चाहते हैं.