पीएम नरेंद्र मोदी के दूसरे कैबिनेट विस्तार में कई ऐसे सांसद मंत्री बने जो बाद राज्यसभा और लोकसभा की संसदीय समितियों के चेयरमैन थे, उनके मंत्री बनने के बाद दोनों सदनों की समितियों में चेयरमैन पोस्ट खाली हो गई थी. बीजेपी ने इन खाली हुई पोस्ट पर अपने कई सांसदों की नियुक्ति कर दी है.
सुरेश आघाड़ी बने लोकसभा की हाउसिंग कमेटी के अध्यक्ष
नई दिल्ली से सांसद और वरिष्ठ वकील मीनाक्षी लेखी को लोकसभा की प्रिविलेज कमेटी का चेयरमैन एस एस अहलूवालिया की जगह बनाया गया है. मध्य प्रदेश की सतना लोकसभा सासंद गणेश सिंह को ओबीसी कमेटी का चेयरमैन राजन गोहेन की जगह पर नियुक्त किया गया है. कर्नाटक की बेलगाम सीट से सांसद सुरेश आघाड़ी अब अर्जुन मेघवाल की जगह लोकसभा की हाउसिंग कमेटी को चेयर करेंगे.
केंद्र में मंत्री बनाए जाने से पद खाली
पश्चिम अहमदाबाद से सांसद किरीट सोलंकी एससी-एसटी कमेटी को फगन सिंह कुलस्ते की जगह पर चेयर करेंगे. मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर और यूपी के बागपत से सांसद सतपाल सिंह पी पी चौधरी की जगह पर ऑफिस ऑफ प्रॉफिट कमेटी के नए चेयरमैन बनाए गए हैं. लोकसभा की इन पांच कमेटी के पुराने चेयरमैन्स को पीएम मोदी ने अपने मंत्रिमंडल में शामिल कर लिया है.
भूपेंद्र यादव को राज्यसभा में कॉमर्स कमेटी का जिम्मा
राज्यसभा में भूपेंद्र यादव को चंदन मित्रा की जगह कॉमर्स कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया है और पीएम के विश्वासपात्र ओम प्रकाश माथुर को वीपी सिंह बदनोर की जगह राज्यसभा की हाउसिंग कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. चंदन मित्रा और वीपी सिंह बदनोर का इस साल जून में कार्यकाल खत्म हुआ. भूपेंद्र यादव को पार्टी ने एक और महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी है उन्हें राज्यसभा में अनिल माधव दवे के स्थान पर प्रिवेंशन ऑफ करप्शन बिल की सेलेक्ट कमेटी का भी चेयरमैन बनाया गया है.
अनिल माधव दवे को भी पीएम मोदी ने अपने मंत्रिमंडल में पर्यावरण मंत्रालय में स्वंतत्र प्रभार का मंत्री बनाया है. भूपेंद्र यादव इससे पहले दो जेपीसी और चार सेलेक्ट कमेटी के चेयरमैन भी रह चुके हैं. पीएम मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ये बात अच्छे से जानते हैं कि संसद की स्टैंडिंग कमेटी कितनी महत्वपूर्ण है क्योंकि सरकार के कई बिल कई बार इन संसदीय समितियों में सुधार के लिए आती है तब चेयरमैन की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होती है.