राष्ट्रपति के अभिभाषण पर कांग्रेस और विपक्ष के आरोपों का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने संसदीय भाषण में न सिर्फ जवाब दिया बल्कि कई तंज भी कसे. लगभग डेढ़ घंटे के भाषण में उन्होंने सबसे पहले कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि कल भूकंप आया. जिन इलाकों में लोगों को असुविधा हुई उनसे वे अपनी भावना व्यक्त करते हैं लेकिन आखिर भूकंप आ ही गया. उन्होंने इसकी धमकी तो पहले ही सुनी थी. पीएम मोदी ने कहा कि वे भूकंप के आने के बारे में सोच रहे थे. इसके बाद पीएम मोदी ने टीएमसी नेता कल्याण बनर्जी के बारे में कहा उनका कॉन्फिडेंसियल रिपोर्ट (सीआर) ठीक है, प्रमोशन होगा. कल्याण बनर्जी ममता बनर्जी सरकार के खिलाफ सीबीआई मुद्दा उठा रहे थे.
नेता विपक्ष पर भी साधा निशाना
उसके बाद पीएम मोदी ने कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे पर निशाना साधा. पीएम ने कहा कल खड़गे जी कह रहे थे कि अब तक लोकतंत्र बचा है. आप प्रधानमंत्री हैं. बहुत कृपा की है. उस पार्टी का लोकतंत्र सब जानते हैं. पूरा लोकतंत्र एक परिवार में है. वे आगे कहते हैं कि सबने इमरजेंसी देखी, कैसे लोकतंत्र का गला घोटा गया. वे कुत्ते वाली परम्परा से नहीं आये हैं. तब भी कमल था और आज भी है. वे आगे देश की जनशक्ति को पहचान कर देश का भला सोचने की बात कहते हैं.
विपक्ष में बैठे लोगों को चापेकर बंधु, वीर सावरकर और चन्द्रशेखर नहीं दिखते
पीएम मोदी ने आगे कहा कि वे लाल किले से कह चुके हैं कि सारे प्रधानमंत्रियों ने देश के विकास में योगदान दिया है. हालांकि उस तरफ बैठे लोगों ने कभी आजादी के आंदोलन में चापेकर बंधुओं, वीर सावरकर और चन्द्रशेखर के योगदान को नहीं माना. उन्होंने इसी बीच चार्वाक के सिद्धांत को भी उद्धरित किया और आम आदमी पार्टी सांसद भगवंत मान पर घी के बजाय कुछ और ही लेने का तंज कसा.
स्वच्छता अभियान पर न हो राजनीति
पीएम मोदी आगे कहते हैं कि सफाई अभियान पर राजनीति नहीं होनी चाहिए. वे सवाल करते हैं कि क्या ऐसा भी कोई इंसान है जो गंदगी में रहना चाहता है. उन्होंने एक बार फिर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस बजट के जल्दी आने पर सवाल करती है. वे पूछते हैं कि आखिर क्या वजह रही कि आजादी के कई साल बाद तक भी बजट शाम को 5 बजे पेश होता रहा. उन्होंने मजाकिया लहजे में अपनी घड़ी खोलकर दिखाई और बताया कि सीधी पकड़ो तो इन्डियन टाइम और उलटा कर दो तो ब्रिटिश टाइम. अटल जी के कार्यकाल में बजट की टाइमिंग बदल दी गई.
कई बिना वजह घोषणाओं को खत्म किया
पीएम मोदी ने रेल बजट पर कहा कि पहले ऐसी कई घोषणाएं होती थी जिनका कुछ भी नहीं होता था. उन्होंने उसे खत्म करने का काम किया. उन्होंने आगे कहा कि सरकार नोटबंदी पर बहस के लिए तैयार थी लेकिन विपक्ष तो टीवी को बाइट्स देने में ही उलझा हुआ था. उन्होंने इसी क्रम में काका हाथरसी को भी उद्धरित करते हुए विपक्ष पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, अंतरपट खोजिये छिपा हुआ है खोट, मिल जायेगी आपको बिलकुल सही रिपोर्ट.