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काम करेगा पीएम मोदी का फीडबैक फॉर्मूला

कई बीजेपी सांसदो का कहना कि अब वो बिना डर के अपनी बात और सरकार के बारे में सही फीडबैक दे सकते हैं. सरकार बनने के बाद कई बीजेपी सांसदो ने पीएम मोदी से तो नहीं लेकिन पार्टी अध्यक्ष अमित शाह, संगठन महामंत्री रामलाल और आरएसएस के नेताओं से मंत्रियों की मुलाकात के लिए समय नहीं देने की शिकायत करते रहे हैं.

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पीएम मोदी
पीएम मोदी

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मंगलवार को बीजेपी संसदीय दल की बैठक में पीएम नेरन्द्र मोदी ने कहा की वरिष्ठ मंत्रियों को पार्टी सांसदों से समय-समय पर मिलकर सरकार के कामकाज और लोगों की सरकार प्रति क्या सोच है इस बारे में फीडबैक लेने को कहा है और सांसदो से फीडबैक देने को कहा है. पीएम मोदी ने ये जिम्मेदारी जिन 6 वरिष्ठ मंत्रियो को दी है.

जिम्मेदारी पाने वाले मंत्रियों में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, गृह मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री अरुण जेटली, रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर, शहरी विकास मंत्री एम वेंकैया नायडू और सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी शामिल हैं, जो सभी सांसदों से मिलेंगे. पीएम मोदी ने पार्टी सांसदों से साफ-साफ कहा कि ये 6 वरिष्ठ मंत्री उनसे चर्चा करते रहेंगे.

मुलाकात का तरीका भी तय
पीएम मोदी ने मंत्रियो और सांसदो की मुलाकात का तरीका भी तय कर दिया है. मंत्री जिस राज्य से हैं उसे छोड़ कर दूसरे राज्यों के सांसदों से उनकी लंच या चाय पर तीन से चार घंटे मुलाकात करेंगे. मोदी ने अपने सांसदो से सबसे महत्वपूर्ण बात कही कि वो दिल खोलकर अपनी बात इन से कह सकते हैं. ‎सभी 6 वरिष्ठ मंत्री सांसदो के फीडबैक की अलग अलग रिपोर्ट तैयार करने के बाद को रिपोर्ट की पीएम, अमित शाह सौंपा करेंगे.

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सूत्रों का कहना है की पीएम मोदी ये मानते हैं कि सरकार से जुड़ी हर सकरात्मक या नकरात्मक बात उन तक नहीं पहुंच पाती है. इसलिए पीएम मोदी का मानना है कि अगर सांसद अपने वरिष्ठ मंत्रियों से दिल खोलकर चर्चा करेंगे तो सरकार की नीतियों, योजनाओं और कार्यक्रमों के बारे में फेयर फीडबैक मिलेगा.

कई बीजेपी सांसदो का कहना कि अब वो बिना डर के अपनी बात और सरकार के बारे में सही फीडबैक दे सकते हैं. सरकार बनने के बाद कई बीजेपी सांसदो ने पीएम मोदी से तो नहीं लेकिन पार्टी अध्यक्ष अमित शाह, संगठन महामंत्री रामलाल और आरएसएस के नेताओं से मंत्रियों की मुलाकात के लिए समय नहीं देने की शिकायत करते रहे हैं.

पिछले साल बीजेपी संसदीय दल की ही बैठक में यूपी में बलिया से सांसद भरत सिंह ने पीएम की मौजूदगी में कहा था कि मंत्री अपनी ही पार्टी के सांसदो को मुलाकात का समय देना तो दूर उनके फोन भी उपलब्ध नहीं होते हैं. भरत सिंह ने आगे कहा था कि ये सरकार के लिए खतरे की घंटी है.

फीडबैक से योजनाएं सफल होगी
पीएम मोदी ये बात अच्छे से जानते हैं कि पिछले दो साल में उनकी सरकार जितनी नीतियां और योजना बनाई है अब उनमें जनता से आए फीडबैक के आधार पर सुधार करना होगा नहीं तो अगले साल से सरकार की सभी नीतियों और योजनाओं के नतीजे दिखने लग जाएंगे. पीएम मोदी को जानने वाले हमेशा एक बात कहते है की उनका हर काम करने का तरीका सबसे अलग होता है. उनकी सरकार में जनता के फीडबैक पर ही भविष्य की रणनीति बनाई जाती हैं. पीएम मानना है अगर जनता का फीडबैक सही मिल जाए तो कोई भी योजना और सरकार के कार्यक्रम फेल नहीं हो सकते हैं.

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एक बात साफ है कि अगर इस फीडबैक कार्यक्रम को कही भी गड़बड़ हुईं तो उसका खामियाजा पीएम मोदी को ही नहीं बीजेपी के सांसदो को भी भुगतना पड़ेगा. ये बात प्रधानमंत्री मोदी अच्छे से जानते हैं कि जिस गति से सरकार के दो साल बीत गए है उससे भी कई गुना तेजी से अगले तीन साल देखते-देखते निकल जाएंगे.

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