प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को दिल्ली में छात्रों को संबोधित किया और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए देश भर के स्टूडेंट्स के सवालों के जवाब दिए. प्रधानमंत्री ने सभी छात्रों को Pollyanna किताब पढ़ने की नसीहत दी और सफलता के कई गुर भी सिखाए. जानिए वो पांच टिप्स, जो मोदी ने छात्रों को दिए.
1. खुद में नेतृत्व क्षमता विकसित करें
दुर्भाग्य से राजनीतिक जीवन इतना बदनाम हो गया है कि अच्छे लोगों को इसमें आने से डर लगने लगा है. देश तभी समृद्ध होगा जब राजनीति में हर वर्ग के, हर क्षेत्र
के अच्छे लोग आएंगे. आप खुद में नेतृत्व क्षमता विकसित करें और राजनीति में आएं.
2. सिर्फ नेता या फौजी बनना देश की सेवा नहीं
छोटी-छोटी चीजों से देश की संभव है. सिर्फ नेता या फौजी बनना देश की सेवा नहीं है. आप हमेशा यह ध्यान रखें कि आपको किसी भी काम से देश का नुकसान तो नहीं
हो रहा. अगर आप अपने घर में काम करने वाली महिला को कुछ वक्त निकालकर पढ़ाते हैं तो वह भी देश की सेवा है. बिजली बचाना और भोजन बचाना भी देश की
सेवा है.
3. पहले खुद को जानें और फिर कुछ करने की ठानें
खुद को पहले जानें और फिर वह काम करें, जो अपना करना चाहते हैं. तब आपको ज्यादा आनंद आएगा.
4. खुद को खुला छोड़ दें
सिर्फ डिग्री और नौकरी के दायरे में न रखें. खुद को खुला छोड़ दें. अगर आपको कविता लिखने का शौक हैं तो कविता लिखें. आग इतना संतोष पाएंगे कि आपको किसी
और चीज से संतोष नहीं मिलेगा.
5. सफलता की कोई रेसिपी नहीं
सफलता की कोई रेसिपी नहीं है. विफलता को कभी भी सपनों का कब्रिस्तान न बनने दें. विफलता को सपने पूरे करने के लिए सीखने का आधार बनाना चाहिए. दुनिया
में ऐसा कोई व्यक्ति नहीं है, जिसने विफलता का सामना न किया हो. सभी छात्र 'पॉलीएना' किताब पढ़े, जिसमें सकारात्मकता की सीख है.