कोरोना काल के बीच मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के कामकाज, चुनौतियों, कोविड प्रबंधन आदि को लेकर सी वोटर (C Voter Survey) ने सर्वे किया. सर्वे के मुताबिक, मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल की सबसे बड़ी नाकामी कोरोना महामारी से निपटना है.
सर्वे की माने तो देश में इस वक्त सबसे बड़ा मुद्दा कोरोना वायरस ही है. हालांकि, सर्वे में वैक्सीन के इंतजाम से ज्यादातर लोग संतुष्ट नजर आए. वहीं, कोरोना की दूसरी लहर के बीच पीएम मोदी के चुनाव प्रचार को ज्यादातर लोगों ने गलत माना है.
दरअसल, केंद्र में मोदी सरकार को 7 साल पूरे हो चुके हैं. पीएम मोदी का ये दूसरा कार्यकाल है, जिसके 2 साल पूरे हो चुके हैं. कोरोना महामारी के बड़े संकट के बीच सी-वोटर ने केंद्र सरकार के 2 साल पूरे होने पर उसके कामकाज, पीएम की लोकप्रियता, कोरोना संकट से निपटने जैसे सवालों को लेकर सर्वे किया. आइए जानते हैं सर्वे के मुताबिक क्या है लोगों की सोच..
कोरोना से निपटना सबसे बड़ी नाकामी- सर्वे
सर्वे के मुताबिक मौजूदा समय में सरकार की सबसे बड़ी नाकामी कोरोना संकट से निपटना है. 44% शहरी लोगों (जो सर्वे में शामिल हुए) ने इसे मोदी सरकार की सबसे बड़ी नाकामी बताया है. ग्रामीण इलाके के 40% लोगों ने भी यही माना है.
कृषि कानूनों, चीन विवाद पर लोगों की राय
वहीं कृषि कानूनों या किसानों के मुद्दे पर शहरी क्षेत्रों के 20% और ग्रामीण क्षेत्रों के 25% लोगों ने मोदी सरकार को सबसे ज्यादा नाकाम बताया. जबकि CAA को लेकर हुए दिल्ली दंगे को 9% शहरी और 9% ग्रामीण सरकार की सबसे बड़ी नाकामी बता रहे हैं. उधर, चीन सीमा विवाद को भी 7% शहरी और 10% ग्रामीण लोगों ने मोदी सरकार की सबसे बड़ी नाकामी करार दिया है.
कोरोना सबसे बड़ी परेशानी-सर्वे
सर्वे में कोरोना को देश की सबसे बड़ी परेशानी बताया है. सर्वे में शामिल 36% लोगों ने कोविड संकट को मौजूदा समय की सबसे पड़ी परेशानी बताया है. वहीं 18% ने बेरोजगारी, 10% ने महंगाई और 7% ने भ्रष्टाचार को सबसे बड़ी परेशानी बताया है.
वैक्सीन को लेकर लोगों की राय
सर्वे में मोदी सरकार के वैक्सीन के इंतजाम को ज्यादातर लोगों ने ठीक बताया है. 51% शहरी और 45% ग्रामीण लोगों ने कहा कि सरकार ने वैक्सीन का ठीक से इंतजाम किया है. हालांकि, शहरों में 29% को इंतजाम ठीक नहीं लगता है. गांवों में यह आंकड़ा 37% है.
कोरोना में मोदी या राहुल?
सर्वे में कोरोना संकट को कौन बेहतर संभालता, मोदी या राहुल? इसपर 66% शहरी और 62% ग्रामीण लोगों ने पीएम मोदी के नाम पर मुहर लगाई. वहीं 20% शहरी और 23% ग्रामीण लोगों ने माना कि राहुल गांधी कोरोना संकट को बेहतर ढंग से संभालते.
साथ ही साथ सर्वे में शामिल ज्यादातर लोगों ने कोरोना वैक्सीन को विदेश भेजने को सही बताया है. शहरी क्षेत्र के 54% और ग्रामीण क्षेत्र के 45% लोगों ने वैक्सीन विदेश भेजने को सही बताया. जबकि 29% शहरी और गांवों के 37% इसे सही नहीं मानते हैं.
इसके अलावा सर्वे में लॉकडाउन पर मोदी सरकार के फैसले से ज्यादातर लोग संतुष्ट नजर आए. साथ ही कोरोना काल में पंचायत चुनाव टालने के पक्ष में ज्यादातर लोग नजर आए. 62% शहरी और 60% ग्रामीण पंचायत चुनाव टालने के पक्ष में थे. वहीं, कोविड के दूसरी लहर के बीच पीएम मोदी के चुनाव प्रचार को ज्यादातर लोग गलत मानते हैं.
सर्वे के मुताबिक, कोरोना काल में आप किससे सबसे ज्यादा नाराज हैं? सवाल के जवाब में 24% लोग केंद्र और 17% राज्य सरकार से नाराज दिखे. जबकि 54% लोगों ने इस सवाल के जवाब में कोई राय जाहिर नहीं की.