समुद्री तट को देश की उन्नति और समृद्धि का प्रवेश मार्ग बताते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कहा कि पिछले दशकों में केंद्र सरकारों ने समुद्री क्षेत्र के विकास पर ध्यान नहीं दिया और जहाजरानी और बंदरगाह क्षेत्र भी उपेक्षित रहा. हमारी सरकार ने समुद्री क्षेत्र में सुधार एवं जल आधारभूत संरचना के विकास के लिए 'सागरमाला' परियोजना और 106 राष्ट्रीय जल मार्गों के निर्माण का कार्य शुरू किया है.
गुजरात को रो-रो फेरी सेवा की सौगात
भावनगर के घोघा और भरूच के दहेज के बीच 650 करोड़ रुपये की रोल-ऑन रोल ऑफ (रो-रो) फेरी सेवा के पहले चरण का शुभारंभ करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने देश के परिवहन क्षेत्र के असंतुलन को दूर करने की दिशा में भी ठोस कदम उठाया है. नई पोत परिवहन नीति और नई विमानन नीति तैयार की है. छोटे-छोटे हवाई अड्डों को सुधारने की पहल शुरू की है. इसके साथ ही अहमदाबाद और मुंबई के बीच बुलेट ट्रेन परियोजना का कार्य आगे बढ़ाया है.
Modi govt's gift to Gujarat: Ghogha-Dahej RO-RO ferry service, first-of-its-kind project in South Asia to dramatically shorten travel time. pic.twitter.com/XWqCqeaMeI
— BJP (@BJP4India) October 22, 2017
कांग्रेस पर निशाना साधा
पूर्ववर्ती कांग्रेस नीत सरकार पर परोक्ष निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि देश में जलमार्गों के सस्ता होने के बावजूद पिछली सरकारों के दौरान आजादी के बाद से देश में मात्र 5 जलमार्ग थे. बंदरगाह और सरकारी कंपनियां घाटे में चल रही थी. अब हमारी सरकार के प्रयासों से स्थिति में सुधार आ रहा है. मोदी ने कहा, 'ये सारे प्रयास देश को 21वीं सदी की परिवहन प्रणाली प्रदान करेंगे जो 'न्यू इंडिया' की दिशा में महत्वपूर्ण कदम होगा.' प्रधानमंत्री ने 45 मिनट से अधिक के संबोधन में अपने मुख्यमंत्रित्व काल और BJP सरकार के कार्यकाल में गुजरात के विकास की दिशा में उठाए गए कार्यों का बिन्दुवार ब्यौरा दिया.
उन्होंने राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में BJP सरकार की विकास पहल को अपने संबोधन के केंद्र में रखा और 'रो रो फेरी सर्विस' को दूसरे राज्यों के लिये रोल मॉडल बताया. उन्होंने कहा कि प्रदेश एवं उनकी केंद्र सरकार की पहल से राज्य के विकास के साथ लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे. मोदी ने कहा, 'पिछले 15 वर्षों में गुजरात ने अपने बंदरगाहों की क्षमता में चार गुना वृद्धि की है.'
गुजरात का समुद्री मार्ग सामरिक महत्व का है जहां से दुनिया के किसी दूसरे क्षेत्र में जाना सस्ता और आसान है. गुजरात का नौवहन विकास पूरे देश के लिये आदर्श है. रो-रो फेरी सर्विस दूसरे प्रदेशों के लिए रोल मॉडल का काम करेगा. हमने वर्षों तक दिक्कतों का अनुभव किया और फिर इसे देखते हुए कार्यक्रम तैयार किया. अब इसे अपनाने वाले राज्यों को उन दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि इससे रोजगार के अवसर बनेंगे ही, तटीय जहाजरानी और तटीय पर्यटन की दिशा में नये अवसर भी पैदा होंगे.
पीएम का 'पी फॉर पी' का नया फॉर्मूला
प्रधानमंत्री मोदी रो-रो फेरी सर्विस के तहत फेरी में सवार होकर 100 दिव्यांग बच्चों के साथ घोघा से दाहेज पहुंचे. दाहेज में एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने नया मंत्र दिया.... 'पी फार पी.' उन्होंने कहा कि हमारे लिए पी फॉर पी है यानी पोर्ट फॉर प्रॉस्पेरिटी अर्थात समृद्धि के लिए बंदरगाह. मोदी ने कहा कि बंदरगाह समृद्धि के प्रवेश द्वार हैं और सागरमाला परियोजना इसी की एक झलक है. हमने इस परियोजना को साल 2035 की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए तैयार किया है.
इसके तहत आधारभूत ढांचे के विकास से जुड़ी 400 परियोजनाओं पर बहुत बड़ा निवेश किया जा रहा है. इन पर करीब 8 लाख करोड़ रुपये के निवेश की तैयारी है. उन्होंने कहा कि हमें विश्वास है कि अकेले सागर माला प्रोजेक्ट से 1 करोड़ नौकरियां पैदा होंगी. सागरमाला जैसी परियोजना के आधार पर ही न्यू इंडिया का निर्माण किया जा सकेगा. रो-रो फेरी सर्विस का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा 'मैं बता नहीं सकता कि बचपन से देखे गए सपने को आज पूरा होता देखकर मैं कैसा महसूस कर रहा हूं.'
रो-रो फेरी से घोघा का भाग्य बदलने दावा
उन्होंने कहा कि ये पहली फेरी तो सिर्फ एक शुरुआत है. आने वाले समय में घोघा का भाग्य फिर बदलने वाला है. भविष्य में रो-रो फेरी सर्विस का विस्तार हजीरा, जाफराबाद, दमन दीव जैसी जगहों पर किया जाएगा. गुजरात में अपनी सरकार की विकास पहल को रेखांकित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि कच्छ की खाड़ी में ऐसी ही परियोजना की चर्चा प्रारंभिक स्तर पर है. पूर्ववर्ती कांग्रेस नीत UPA सरकार पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा 'जब मैं गुजरात में मुख्यमंत्री था तो हमारी सारी परियोजनाओं पर पर्यावरण के नाम पर ताला लगाने की धमकी दी गई. दिल्ली में हमारी सरकार बनने के बाद हमने एक एक कर कठिनाइयों को दूर किया.' उन्होंने कहा कि सरकार की योजना आने वाले दिनों में नौवहन विश्वविद्यालय और लोथल में नौवहन संग्रहालय बनाने की है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि गुजरात में समुद्र तट का 1600 किलोमीटर से ज्यादा हिस्सा उपलब्ध है. 'मैं शुरू से गुजरात में "पोर्ट लेड डेवलपमेंट" की बात कर रहा हूं. इसी को ध्यान में रखते हुए हमने शिप बिल्डिंग की योजना बनाई, शिप बिल्डिंग पार्क बनाए, शिप ब्रेकिंग के नए नियम बनाए. हमने विशेष आर्थिक क्षेत्र में छोटे बंदरगाहों को बढ़ावा देने पर बल दिया है. इससे गुजरात के बंदरगाह क्षेत्र को नई दिशा और ऊर्जा मिली है.' मोदी ने कहा कि नीली क्रांति में मछु्आरों को लॉन्ग लाइनर ट्रॉलर के लिए सब्सिडी दी जाएगी. इससे मछुआरों की जिंदगी और कारोबार दोनों में सुधार होगा. नए ट्रॉलर्स के जरिए मछुआरों के भटक कर दूसरे देश की सीमा में जाने की समस्या भी कम होगी.
पीएम ने बताया उनके लिए गुजरात क्यों खास
प्रधानमंत्री ने कहा कि पुरानी सरकार ने ऐसी गलती की थी कि रो-रो सर्विस चल ही नहीं सकती थी. पुराने नियमों में सेवा देने वाले को ही पोर्ट बनाने की बात कही गई थी. हमने नीतियां बदलीं, हमने तय किया टर्मिनल सरकार बनाएगी, टर्मिनल में सर्विस को चलाने काम प्राइवेट एजेंसी को दिया. एजेंसी के मुनाफे में सरकार का भी हिस्सा होगा. उन्होंने कहा कि पहले तो गुजरात में नाव बनाने की परंपरा थी. लोथल में चौरासी देशों झंडे फहराते थे. सोने की लंका की तुलना घोघा की भव्यता से की जाती थी.
पीएम मोदी ने कहा कहा कि उन्होंने इस मंच से सर्वोत्तम डेयरी के एक संयंत्र का उद्घाटन किया है. पशुओं के लिए बेहतर पशुआहार जरूरी होता है. सर्वोत्तम पशु डेयरी के जरिए ये काम अब बेहतर ढंग से होगा.
रो-रो फेरी के फायदे
उन्होंने कहा कि घोघा रो रो फेरी सर्विस सौराष्ट्र के लोगों को और निकट ले आयेगी. जिस यात्रा को पूरा करने में 7-8 घंटे लगते थे, उसे एक से सवा घंटे में पूरा कर लिया जायेगा. इससे पूरे क्षेत्र में सामाजिक आर्थिक विकास का एक नया दौर शुरू होगा. प्रधानमंत्री ने कहा कि समुद्र के जरिये दूसरे देशों के साथ संबंध मजबूत बनाने के लिये आधुनिक बंदरगाहों की काफी जरूरत है. बंदरगाहों का अर्थव्यवस्था में वही स्थान है जो शरीर में फेफड़ों का है. ऐसे में सरकार बंदरगाहों की आधारभूत संरचना और कनेक्टिविटी को मजबूत बनाने पर विशेष ध्यान दे रही है.