प्रधानमंत्री मोदी ने लोकसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान सबसे पहले देश की जनता को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि हमारे देश के महापुरुषों ने सशक्त और सुरक्षित राष्ट्र का सपना देखा है. उसे पूरा करने के लिए हम सबको आगे मिलकर बढ़ना होगा. देश की प्रगति में सबका योगदान है.
पीएम मोदी ने कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी की ओर इशारा करते हुए कहा कि कुछ लोग पूछते हैं कि ये किसने किया, ये किसने किया. उन्होंने इंदिरा गांधी के इमरजेंसी की ओर इशारा करते हुए कहा कि हम बताते हैं कि आज 25 जून है. आपको याद होगा 25 जून की वो रात जब देश की आत्मा को कुचल दिया गया था. भारत में लोकतंत्र संविधान से नहीं हमारी आत्मा से पैदा हुआ है. देश के मीडिया को दबोच दिया गया. देश के महापुरुषों को सलाखों के पीछ बंद कर दिया गया. सिर्फ इसलिए कि किसी की सत्ता नहीं चली जाए.
गौरतलब है कि कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने सोमवार को टिप्पणी की थी कम से कम भाजपा सदस्य यह नहीं कह सकते कि 'इंडिया इज इंदिरा, इंदिरा इज इंडिया'. इसी के जवाब में मोदी ने इशारों-इशारों में इमरजेंसी की याद दिलाई और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के कार्यकाल को याद दिलाया. मोदी ने कहा कि 2004 से पहले अटल जी की सरकार थी. 2004 से 2014 तक कभी भी उस सरकार के कार्यों के योगदान को याद नहीं किया गया.PM Modi in Lok Sabha: Who did it? Who did it? was being asked by some people during the debate. Today is 25th June. Who imposed the Emergency? We can't forget those dark days. pic.twitter.com/vLQLg96QD0
— ANI (@ANI) June 25, 2019
उन्होंने कहा कि शायद मैं पहला प्रधानमंत्री हूं जो कह रहा हूं कि आजादी के बाद से अब तक देश में जितने भी प्रधानमंत्री हुए, देश को आगे ले जाने में उन सभी का योगदान है. आपको बता दें कि अधीर रंजन चौधरी ने पीएम मोदी के लिए आपत्तिजनक शब्द का इस्तेमाल किया था. बाद में उन्होंने यह कहकर माफी मांग ली थी कि उनकी हिन्दी अच्छी नहीं है. उन्होनें इंदिरा और मोदी की तुलना कहते हुए ये आपत्तिजनक बात कही थी.