राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष की गोलबंदी की कोशिशों और 2019 के लिए महागठबंधन की कवायद के बीच बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने आज प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की. मुलाकात के बाद नीतीश कुमार ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि इस मुलाकात के दौरान गंगा और किसानों की समस्या को लेकर बातचीत हुई. नीतीश की मानें तो उन्होंने मुलाकात के दौरान गंगा की समस्या को लेकर अधिकारियों की एक टीम 10 जून से पहले भेजने की अपील की.
एनडीए के शामिल होने के सवाल पर नीतीश ने कहा कि इस मुकालात को लेकर लोग जो मायन निकालना चाहें,निकालें. लेकिन उनकी ये मुलाकात केवल बिहार के विकास कामों को लेकर केंद्रित था. साथ ही उन्होंने कहा कि बिहार में गठबंधन की सरकार सही दिशा में काम कर रही है और पार्टियों के बीच कोई मतभेद नहीं है. फिर अगर कोई सवाल खड़े करता है तो वो इसपर अपनी प्रतिक्रिया देना उचित नहीं समझते हैं.
इसके अलावा बिहार के मुख्यमंत्री ने कहा कि मॉरीशस के पीएम के सम्मान में आयोजित कार्यक्रम में आने के लिए उन्हें निमंत्रण मिला था, इसलिए उनका इस कार्यक्रम में शरीक होना फर्ज था. उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में जेडीयू प्रमुख को नहीं, बल्कि बिहार के मुख्यमंत्री को बुलाया गया था.
नीतीश दिल्ली में उनके साथ लंच करेंगे. लंच के बाद गंगा सफाई को लेकर नीतीश कुमार और पीएम मोदी की अलग से बातचीत होगी. इससे पहले कल सोनिया गांधी ने विपक्षी नेताओं के साथ लंच पर मुलाकात की थी. इसमें नीतीश कुमार की गैरहाजिरी को लेकर सियासी अटकलें तेज हो गई थीं.
हालांकि, नीतीश कुमार ने साफ किया था कि प्रधानमंत्री के साथ उनकी मुलाकात पहले से तय थी, जो मॉरीशस के प्रधानमंत्री के स्वागत में होने वाले लंच में शामिल होने को लेकर है. नीतीश ने कहा कि सोनिया गांधी के साथ उनकी हाल में मुलाकात हुई थी. शुक्रवार के विपक्षी मीटिंग में उनकी पार्टी से शरद यादव शामिल हुए थे.
तेजस्वी ने कसा तंज
सोनिया की बुलाई विपक्षी मीटिंग में नीतीश के गैरहाजिर रहने को लेकर खबरों पर बिहार के डिप्टी सीएम और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने मीडिया पर ही निशाना साधा है. तेजस्वी ने कहा कि मीडिया ने इसे चटनी पॉलिटिक्स बना दिया है.
ब्रेकफ़ास्ट,लंच,चाय और डिनर की Courtesy Politics का मीडिया ने TRP रायते के चक्कर में Chutney Politics बना दिया।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) May 27, 2017
मॉरीशस के पीएम के साथ लंच
बता दें कि मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ के सम्मान में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लंच का कार्यक्रम रखा है. इसके लिए नीतीश को भी बुलावा भेजा गया. बिहार के सीएम ने कहा, 'मैं मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ के सम्मान में पीएम मोदी द्वारा दिए जा रहे लंच में शामिल होऊंगा.' मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ शुक्रवार से भारत के दो दिवसीय दौरे पर हैं. अपने पिता अनिरुद्ध जगन्नाथ की जगह जनवरी में मॉरीशस के प्रधानमंत्री बनने वाले प्रविंद जगन्नाथ का बतौर पीएम यह पहला विदेशी दौरा है.
क्यों उठीं अटकलें?
दरअसल राष्ट्रपति चुनाव को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शुक्रवार को विपक्षी पार्टियों के साथ लंच पर एक अहम बैठक की. इस मीटिंग में कांग्रेस के अलावा कई क्षेत्रीय पार्टियों ने शिरकत की. क्षेत्रीय राजनीति में 'दुश्मन' माने जाने वाली पार्टियों को एक मंच पर लाने की सोनिया की कोशिश कामयाब रही.
यूपी से बीएसपी प्रमुख मायावती और एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव के अलावा पश्चिम बंगाल से तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी और लेफ्ट नेता सीताराम येचुरी और अन्य लेफ्ट नेताओं की एक साथ मौजूदगी राजनीतिक नजरिए से बेहद अहम मानी जा रही है. हालांकि नीतीश की गैरमौजूदगी से तमाम तरह की अटकलें भी लग रही हैं.
लालू-नीतीश में खटपट?
लालू और नीतीश के बीच तल्खी की अटकलों को उस वक्त बल मिला, जब हाल ही में आरजेडी प्रमुख के दो बेटों और बड़ी बेटी के खिलाफ 1 हजार करोड़ की बेनामी संपत्ति के मामले में आईटी की जांच शुरू हुई. लालू ने भ्रष्टाचार के आरोपों को सिरे से खारिज किया. वहीं, आरजेडी, जेडीयू और कांग्रेस के गठबंधन की अगुआई कर सीएम नीतीश लालू परिवार पर लगने वाले आरोपों पर चुप रहे. उन्होंने बस इतना ही कहा कि केंद्र सरकार को इस मामले पर देखना है.
उधर, लालू की एक टिप्पणी की वजह से अटकलें और तेज हो गईं. छापों के बाद लालू ने टि्वटर पर लिखा कि बीजेपी को नए पार्टनर मुबारक हो. हालांकि, बाद में उन्होंने सफाई दी कि पार्टनर से उनका मतलब जांच एजेंसियों की ओर था.
ये नेता पहुंचे थे सोनिया के मीटिंग में
कांग्रेस की ओर से सोनिया के अलावा पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, एके एंटनी, गुलाम नबी आजाद जैसे नेता मौजूद थे. सीपीएम से पी. करुणाकरन और सीपीआई से डी राजा, एआईयूडीएफ से बदरुद्दीन अजमल, केरल कांग्रेस के जोस के मनी, जेएमएम से राज्यसभा सांसद संजीव कुमार, आरजेडी से लालू यादव, डीएमके से कनिमाई, नैशनल कॉन्फ्रेंस से उमर अब्दुल्ला, एनसीपी से शरद पवार, जेडीयू से शरद यादव और केसी त्यागी, आरएसपी से एनके प्रेमचंद्रन आदि नेता पहुंचे.