कैशलेस को लेकर सरकार कितनी शिद्दत के साथ फायदे गिनाने में जुटी है, कि केंद्रीय मंत्री अब गली गली जाकर नुक्कड़ नाटक करवा रहे हैं. शुक्रवार को नुक्कड़ मंडली के साथ केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन चांदनी चौक की सड़क पर नज़र आए. किसी डायरेक्टर की तरह मंच पर बैठे मंत्रीजी के सामने नुक्कड़ मंडली ने एक के बाद एक कहानी गढ़ी और पढी, जिसमें ये बताया गया कि कैसे आप रोज़मर्रा की जरूरत के लिए कैश के बजाए कैशलेस के विकल्प अपना सकते हैं.
आम लोगों के जीवन से जुड़ी घटनाएं इस नुक्कड़ नाटक में दिखायी गईं, जिसमें अभी तक कैश पर निर्भर रहने वाले लोग कैसे ऑनलाइन और मोबाइल भुगतान पर आ सकते हैं, ये सिखाया गया. चांदनी चौक व्यापारिक इलाका है और यहां खरीददारी करने वालों की भी अच्छी खासी तादाद होती है, जो कैश की कमी झेल रही है. ऐसे में दुकानदारों और ग्राहकों दोनों को ध्यान में रखकर नुक्कड़ नाटक तैयार किए गए. लोगों ने नुक्कड़ नाटक का भी मज़ा लिया और डिजिटल बैंकिंग को जानने समझने की कोशिश की.
हालांकि लोगों का कहना है कि अभी उन्हें सिस्टम में ढलने के लिए वक्त लगेगा. लेकिन मंत्री हर्षवर्धन पूरी तरह से आत्मविश्वास से भरे नज़र आए. उन्होंने कहा कि उन्हें नुक्क़ड सभाओं में खूब समर्थन मिल रहा है. आइए आपको बताते हैं कि नुक्कड़ नाटक पूरा होने के बाद जब हमने हर्षवर्धन से बात की, तो उन्होंने कौन सी महत्वपूर्ण बातें कहीं. उन्होंने कहा-
-कैश की कोई कमी नहीं है, जो है वो आर्टिफिशल है, थोड़े दिन की है.
-लोग कैशलेस से आकर्षित हो रहे हैं, उन्हें कैश की कमी जो है या दिखाई जा रही है उससे फर्क नहीं पड़ रहा. इस ड्राइव में लोग मोदी जी के साथ हैं.
-लोग समझ रहे हैं कि कैसे वो मोबाइल से अपना भुगतान कर सकते हैं. नुक्कड़ नाटक भी इसलिए बनाया है, उसमें बहुत सरलता से समझाया है.
-मैं चांदनी चौक से सांसद हूं, मेरे पास व्यापारी डेलिगेशन दूसरी समस्याएं लेकर आते हैं. लेकिन मैं ईमानदारी से कह रहा हूं मेरे पास पिछले एक महीने में इस समस्या को लेकर एक भी शिकायत नहीं आई है.