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खड़गे ने सुनाया था बशीर बद्र का शेर, पीएम ने उन्हीं के शेर से दिया कांग्रेस को ये जवाब

मंगलवार को कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने मशहर शायर डॉ. बशीर बद्र के एक शेर के साथ सरकार पर हमला किया था. पीएम मोदी ने बुधवार को बशीर बद्र के ही एक शेर के साथ कांग्रेस को जवाब दिया.

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लोकसभा में पीएम मोदी
लोकसभा में पीएम मोदी

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लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान बुधवार को पीएम मोदी ने भाषण शुरू किया तो एनडीए के कुछ सहयोगी दलों ने ही जमकर हंगामा शुरू कर दिया. इसके बावजूद पीएम ने अपना भाषण जारी रखा. मंगलवार को कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने मशहर शायर डॉ. बशीर बद्र के एक शेर के साथ सरकार पर हमला किया था. पीएम मोदी ने बुधवार को बशीर बद्र के ही एक शेर के साथ कांग्रेस को जवाब दिया.

मल्ल‍िकार्जुन खड़गे ने अपने भाषण में बशीर बद्र का शेर कहा था-दुश्मनी जमकर करो लेकिन ये गुंजाइश रहे, जब कभी हम दोस्त हो जाएं तो शर्मिंदा न हों.'

इसके जवाब में पीएम मोदी ने डॉ. बद्र का ही यह शेर पढ़ा- 'जी बहुत चाहता है सच बोलें, क्या करें हौसला नहीं होता.'

पीएम ने कहा कि क्या खुद कांग्रेस के कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया ने खड़गे की इस शायरी से कोई सबक लिया है. पीएम के भाषण के दौरान सदन में बीजेपी की सहयोगी टीडीपी के सांसद आंध्र के मुद्दे पर 'ड्रामा बंद करो, जुमलेबाजी बंद करो, धमकाना बंद करो' जैसी नारेबाजी करते रहे. इससे कई बार पीएम तैश में भी आए, लेकिन उन्होंने अपना भाषण जारी रखा. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में सबको बोलने का हक है, लेकिन सदन को बंधक बनाने का हक किसी को नहीं.

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उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति किसी दल या पार्टी के नहीं होते हैं. हमारे देश में राज्यों की रचना अटल बिहारी वाजपेयी ने भी की थी, उन्होंने तीन राज्यों की रचना की थी, लेकिन कोई हंगामा नहीं हुआ था. किसी भी राज्य को कोई भी समस्या नहीं हुई थी.

पीएम मोदी बोले कि आपने (कांग्रेस) भारत का विभाजन किया और देश के टुकड़े किए और जो जहर बोया उसके कारण ये हंगामा हो रहा है.

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